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सारे धान पंसेरी के भाव मत तौलिये!

बादल सरोज 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस था। पर कुछ गुणी और सुधी मित्रों की ऐसी टिप्पणियाँ दिखीं, जिनमें इन दिनों की पत्रकारिता का मखौल उड़ाते-उड़ाते पत्रकारों का भी उपहास जैसा किया गया लगा। यह एक तो जर्मन कहावत "दास काइंड मिट डेम बडे ऑस्चुटेन" (बच्चे को नहलाकर बाहर निकालें, नहाने के पानी…
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कैप्टन के पिता की अपील ,कहा- शहीद की शहादत पर राजनीति न करें

नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu and Kashmir) के राजौरी में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ (encounter) में कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हुए थे। कैप्टन गुप्ता के शहीद होने की खबर जैसे घर वालों को मिली, उनके परिवार में मातम पसरा है। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। शुभम गुप्ता उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने…
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