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विचार

पार्टनर क्या पाॅलिटिक्स है!

राम-राम, क्या कलियुग आ गया है। जहां लोकप्रिय राजा पर भी जनता विश्वास करने को तैयार नहीं। ये कांग्रेसी टाइप लोग जनता को भ्रमित करते हैं। कितनी गंदी पाॅलिटिक्स है। आइए! समवेत स्वर में इनकी निंदा करते हैं जय श्री राम-जय श्री राम!
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कसौटी पर राजनीतिक दल

 पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में मतदान करवाये जाने को लेकर चुनाव आयोग विपक्षी दलों के निशाने पर आ गया है...... रणविजय सिंह चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का…
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खतरे टूल किट के

बंगलुरु वाली बिटिया दिशा रवि ह्यटूल किटह्य यानी आंदोलन की रणनीति बनाकर गुनाह कर चुकी है। तो सजा भोग रही है। आप इस भैकाल से बचो। अपने अवतारी सेवक पर भरोसा करो, अपने नसीब को ह्यटूल किटह्य बनाओ और प्रभु के गुन गाओ..... वीरेंद्र सेंगर अब वो पहले वाला सहज भारत नहीं रहा। हम खांटी ह्यन्यू इंडियाह्य के…
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कांग्रेस का अंतरद्वंद्व

 सही मायने में देखा जाये तो आज जो कांग्रेस बची भी है उसे एकजुट केवल नेहरू-गांधी परिवार ही रख सकता है। कांग्रेस को युवाओं को पार्टी की विचारधारा से जोड़ने के लिए लंबी रणनीति बनानी होगी... धर्मपाल धनखड़ पुडुचेरी में वी. नारायणसामी की सरकार गिरने के साथ ही दक्षिण भारत में कांग्रेस का सफाया हो गया।…
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हत्या के लिए दलित बेटियां क्यों?

लोग जानना चाहते हैं कि यूपी में दलित लड़कियां सुरक्षित क्यों नहीं?  बेटियों के लिए श्इंसाफ मांगने के गुनाहश् को कुचलने का चल पड़ा है फैशन अपनी हवस में मिली असफलता से जन्मे प्रतिशोध के चलते जिन दलित लड़कों ने उन्नाव की दलित बेटियों की हत्या की, दुर्भाग्य से वे भी दलित लड़कियों को समाज की सबसे…
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पक्ष, प्रतिपक्ष और किसान

सरकार और किसानों को एक बार फिर बातचीत का सिलसिला शुरू करना चाहिए। संसद का बजट सत्र जारी है। बजट सत्र में एक बार फिर तीनों कृषि कानूनों पर व्यापक बहस और विचार विमर्श के बाद इनमें उचित बदलाव किये जा सकते हैं, जिससे किसानों को नुकसान की आशंका ना रहे... धर्मपाल धनखड़ महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ…
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नजरिए का लोचा

वीरेंद्र सेंगर ये किस्सा एक केंद्रीय राज्यमंत्री के बंगले का है। समय रहा होगा सुबह दस बजे का। सम्मान देने या मलाई मक्खन लगाने के लिए गांव-गंवई के लोग लक्ष्मण बाजपेई को पीए साहब कहते हैं। बाजपेई जी को साहब कहलाना ज्यादा भाता है। वे अपने अन्नदाता के वास्ते दिन रात तरह-तरह के झूठ बोलते हैं...…
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किसानों की हाए-हाए!

वीरेंद्र सेंगर ग्राउंड जीरो पर डरावने संदेश भी गए, लालच की डोरें भी खींचीं गई लेकिन सब फेल। ऐसे में राष्ट्र भक्तों की टोलियां निकलीं। इन्होंने गालियां देकर भड़ास निकाली, लेकिन सब फुस्स, जुटान बढ़ती गई। किसानों का क्या? वे तो अड़ गए, लेकिन विश्व गुरु बनने वालों के मुल्क को चिंता है... न्यू इंडिया का…
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उत्तराखंड @21

कोरोनाकाल में तमाम सेक्टरों में मंदी के बीच जिस हिम्मत के साथ त्रिवेंद्र सरकार उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को पटरी में लगी हुई है उससे यह बात साफ है कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड में हालात सुधरेंगे। स्थापना दिवस के मौके मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आश्वस्त किया कि देश को मॉडल स्टेट बनाने की…
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प्रदूषण पर रोक की दरकार

पराली जलाने से रोकने के लिए कानूनन सख्ती के बजाय किसानों को सुविधाजनक विकल्प उपलब्ध करवाना जरूरी है। साथ ही, बेेहद जरूरी है कि आम आदमी को पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति सजग बनाना ताकि वह पर्यावरण को नष्ट करने वाले कारकों से सावधान रहें...  देश की राजधानी दिल्ली समेत 14 बडे़ शहर, फरीदाबाद,…
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