बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का असर अब छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में भी दिखने लगा है। बुधवार सुबह से आसमान में घने बादल छाए रहे और बीच-बीच में हल्की बारिश के साथ ठंडी हवाएं चलती रहीं। मौसम में आए अचानक बदलाव से तापमान में गिरावट दर्ज की गई और दिन का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
इस बेमौसम बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। खरीफ सीजन की **धान फसल कटाई-मिंजाई के बीच हुई बरसात से खेतों में पड़ी फसल भीगने लगी है, जिससे धान की गुणवत्ता और चमक पर असर पड़ रहा है। कई किसानों ने बारिश की आशंका को देखते हुए फसल को घरों में या तिरपाल से ढककर सुरक्षित करने की कोशिश की है।
ग्राम **अर्जुनी के किसान जोहत सिन्हा और अनिल कुमार साहू** ने बताया कि अगर बारिश का दौर यूं ही जारी रहा, तो तैयार फसल को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। गीले खेतों के कारण किसान **हार्वेस्टर मशीनें** भी नहीं चला पा रहे हैं।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी **हल्की बारिश की संभावना** जताई है, जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है। जिले के चारों ब्लॉक — **धमतरी, नगरी, कुरूद और मगरलोड** — में बड़े पैमाने पर धान की खेती हुई है, जो अब **मौसम की मार झेल रही है।** किसान अब साफ मौसम का इंतजार कर रहे हैं ताकि कटाई का कार्य फिर से शुरू किया जा सके।