नैनीताल। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) में विद्यार्थियों के लिए एक नई पहल के रूप में ‘कृतिका’ नामक छात्रावास और ‘आकाश गंगा’ दर्शक दीर्घा का उद्घाटन किया गया। इसरो के पूर्व अध्यक्ष और अंतरिक्ष आयोग के सदस्य, एरीज की संचालन परिषद के अध्यक्ष एएस किरण कुमार ने सोमवार को एरीज के मनोरा परिसर में इन दोनों सुविधाओं का लोकार्पण किया।
‘कृतिका’ छात्रावास का नाम कृतिका नक्षत्र के नाम पर रखा गया है, जबकि ‘आकाश गंगा’ दर्शक दीर्घा को विज्ञान और खगोल विज्ञान को जनसामान्य और विद्यार्थियों के लिए सुलभ बनाने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। एरीज के निदेशक डॉ. मनीष कुमार नाजा ने बताया कि दर्शक दीर्घा का डिजाइन हमारी आकाशगंगा के आकार से प्रेरित है और इसमें खगोल एवं वायुमंडलीय विज्ञान से जुड़ी पोस्टर, मॉडल, वैज्ञानिक उपकरण और शैक्षिक सामग्री प्रदर्शित की गई है, जो आगंतुकों को इन विषयों की जानकारी प्रदान करेगी।
इस अवसर पर भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएसटीआई) तिरुवनंतपुरम के कुलपति और एरीज के पूर्व निदेशक प्रो. दीपांकर बनर्जी, टीआईएफआर मुंबई के निदेशक प्रो. जयराम चेंगलूर, और उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत भी उपस्थित रहे।
लोकार्पण के बाद एरीज की संचालन परिषद की छमाही बैठक भी आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता एएस किरण कुमार ने की। पब्लिक आउटरीच इकाई के प्रभारी मोहित जोशी ने बताया कि एरीज परिसर में पहले से ही आम नागरिकों और विद्यार्थियों के लिए ब्रह्मांडीय दर्शन की सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें तारामंडल, वीडियो शो, और टेलीस्कोप की सहायता से खगोलीय पिंडों का अवलोकन किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिकों, अभियंताओं और शोध विद्यार्थियों की भी बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।