पौड़ी गढ़वाल। उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सहकारिता मंत्री डा. धन सिंह रावत ने शुक्रवार को विकास भवन सभागार में स्वास्थ्य, शिक्षा, सहकारिता सहित अन्य विभागों की समीक्षा बैठक की।
बैठक में जनपद के विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की गहन समीक्षा करते हुए मंत्री डॉ. रावत ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनहित से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता देते हुए त्वरित गति से पूर्ण किया जाय। मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य जनसेवा है, और इसके लिए सभी विभागीय कार्यों को समयबद्ध रूप से निष्पादित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आमजन को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिले, यह सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि पौड़ी जिले में सभी चिकित्सकों के लिये आवास व्यवस्था की जायेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जहां चिकित्सकों की कमी है वहां जल्द चिकित्सकों की तैनाती की जायेगी। उन्होंने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुये संबंधित कार्यदायी संस्था को निर्देश दिये कि जिन विद्यालयों का कार्य प्रगति पर है उन कार्यों को तत्काल पूरा करें। मंत्री ने कहा कि जिन विद्यालयों में 5 से कम छात्र संख्या है वहां एक शिक्षक, 6 से 30 पर दो, 30 से 60 पर तीन, 60 से 100 पर पांच व 100 से ऊपर छात्र संख्या वाले विद्यालयों में पांच से अधिक शिक्षकों की तैनाती की जायेगी।
इसके लिये उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक करने को कहा। वहीं उन्होंने कहा कि क्लस्टर विद्यालयों में पांच–पांच अध्यापकों की नियुक्ति की जायेगी। मंत्री ने कहा कि छात्र–छात्राओं को विद्यालय आने जाने के लिये प्रतिदिन 100 रूपये भी दिये जाएंगे। मंत्री ने कहा कि जिन विद्यालयों में ताला लटका मिला उसके लिये मुख्यशिक्षाधिकारी की जवाबदेही तय की जायेगी। मंत्री ने यह भी कहा कि जल्द ही चयनित एलटी शिक्षकों को भी नियुक्ति पत्र जारी कर दिये जाएंगे। जिससे विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर हो सकेगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, अपर निदेशक शिक्षा कंचन देवराड़ी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पारुल गोयल, मुख्य शिक्षा अधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल किशोर रावत आदि शामिल रहे।