गोड्डा और साहिबगंज B.Ed कॉलेजों की मान्यता रद्द का मामला उठा विधानसभा में

कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने केंद्र सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप

संथाल ब्यूरो चीफ कौशल कुमार 

रांची: झारखंड विधानसभा में आज कांग्रेस विधायक सह नेता विधायक दल प्रदीप यादव ने गोड्डा और साहिबगंज के B.Ed कॉलेजों की मान्यता रद्द किए जाने के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि छोटी-छोटी गलतियों पर बड़ी सजा दी जा रही है, जिससे छात्रों का भविष्य संकट में आ गया है।

“छोटी गलती, बड़ी सजा” –विधायक प्रदीप यादव

विधानसभा में बोलते हुए प्रदीप यादव ने कहा कि “सिर्फ फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट की कमी के कारण कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी गई, जबकि इसे सुधारा जा सकता था।” उन्होंने सरकार से मांग की कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए और कॉलेज की मान्यता बहाल की जाए, ताकि छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित न हो।

गोड्डा कॉलेज का भूमि विवाद भी बना रोड़ा

विधायक प्रदीप यादव ने गोड्डा कॉलेज से जुड़े पुराने भूमि विवाद का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यह मामला वर्षों से लंबित है और इसे सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री ने भी कई प्रयास किए हैं। मैं खुद इसे सुलझाने में 15 वर्षों से प्रयासरत हूँ। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय सांसद के अड़ियल रवैये और केंद्र के वन विभाग द्वारा NOC न दिए जाने के कारण कॉलेज के विकास में बाधा आ रही है।

“गोड्डा कॉलेज को भव्य रूप देने से रोका जा रहा है”

विधायक ने कहा कि अगर यह विवाद सुलझा लिया जाए, तो गोड्डा कॉलेज को एक बेहतरीन शैक्षणिक संस्थान के रूप में विकसित किया जा सकता है। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस मामले का जल्द समाधान निकाला जाए और छात्रों के भविष्य को सुरक्षित किया जाए।

B.Ed कॉलेजों की मान्यता रद्द होने के बाद छात्रों में नाराजगी

गोड्डा और साहिबगंज के B.Ed कॉलेजों की मान्यता रद्द होने के बाद छात्रों में नाराजगी है। कई छात्र संगठनों ने इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। छात्रों का कहना है कि सरकार को इस फैसले को वापस लेना चाहिए और कॉलेजों को दोबारा मान्यता देनी चाहिए।

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