रजरप्पा। सीसीएल रजरप्पा स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में मंगलवार को पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती मनाई गई। विद्यालय के वंदना सभा मे आयोजित इस कार्यक्रम में प्राचार्य उमेश प्रसाद ने पंडित मदन मोहन मालवीय जी के चित्र में दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्चन करके कार्यक्रम की शुरुआत की।प्राचार्य उमेश प्रसाद महामना मालवीय जी के जीवन की संक्षिप्त वृंतात सुनाते हुए छात्रों को मालवीय जी के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि गुलाम भारत में जब भारतीय धर्म व संस्कृति पर हमला बोला जा रहा था उस समय काशी विश्वविद्यालय की स्थापना की और विषम परिस्थिति में भी उन्होंने अपनी दृढनिश्चय व इच्छा शक्ति से कई बड़े कार्य किए। महामना मालवीय जी को भारत के महान शिक्षाविदों में से एक बताया।महामना जी ने भारतीय संस्कृति और विरासत को भी संरक्षित किया उनके द्वारा किए गए कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। विद्यालय के आचार्या डॉ गायत्री पाठक ने कहा कि पंडित जी ने काशी विश्वविद्यालय की स्थापना कर युवाओं के लिए रास्ता खोल दिया। आज देश भर के छात्र-छात्रा इस विश्वविद्यालय में पठन-पाठन के लिए आते हैं। कार्यक्रम में आचार्य मिथिलेश कुमार खन्ना,रेखा पाठक,सेखर कुमार,बच्चूलाल तिवारी,अमरदीप नाथ शाहदेव,शशि कान्त आदि की प्रमुख भूमिका रही।