दीपावली स्वच्छता, शुद्धता, रचनात्मकता एवं मानवता की सीख देता है :प्राचार्य

रजरप्पा । कोयलांचल स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में सोमवार को दीपावली पर्व के पूर्व विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी।कक्षा अरुण से तृतीय तक के भैया-बहनों के लिए दीप सज्जा तथा तृतीय से नवम के बहनों के लिए रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।वाटिका खंड के भैया बहनों ने सुंदर एवं आकषर्क दीप सज्जित किये।वही तृतीय से नवम के बहनों के द्वारा अपनी कला के माध्यम से अपनी छिपी हुई प्रतिभा को निखारने का काम किया। भैया- बहनों ने विद्यालय के मुख्य द्वार से लेकर संपूर्ण विद्यालय परिसर को रंगोली के विभिन्न रंगों से सजा कर अपनी प्रतिभा का प्रस्तुति दिया।साथ ही एक विशेष कार्यक्रम के तहत *’एक घी का दिया विद्यालय के नाम’* अभियान चलाया गया जिसमें विद्यालय के सभी भैया बहन एक-एक दिया विद्यालय को दिए जिसे दीपावली के दिन जलाया जाएगा।इस अवसर पर प्राचार्य उमेश प्रसाद ने सभी छात्रों की सराहना की और कहा, “इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ न केवल बच्चों की रचनात्मकता को बढ़ावा देती हैं, बल्कि उन्हें हमारी सांस्कृतिक धरोहर से भी जोड़ती हैं।” बच्चों की इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में आचार्या अमृता चौधरी, पूनम सिंह,सिम्पल श्रीवास्तव ,ललिता गिरी, दुर्गा प्रसाद महतो,विदेश सिंह, अमरदीप,डॉ गायत्री पाठक,ममता कुमारी,स्वेता पंडा,रेखा पाठक,मिथिलेश कुमार खन्ना,शम्मी राज,इंद्रजीत सिंह,शशि कान्त आदि की प्रमुख भूमिका रही।

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