13 बालिकाओं किया सम्मानित
देहरादून। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड द्वारा “उत्तराखंडी परिधान महोत्सव : कल्चरल वॉक एंड अचीवर्स टॉक” कार्यक्रम का आयोजन सर्वे चौक स्थित IRDT सभागार देहरादून में किया गया।
विश्व भर में बालिकाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं उनके सामने आ रही विविध चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से UN General Assembly द्वारा वर्ष 2011 में प्रथम बार 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। यह आयोजन बालिकाओं और कन्या शिशुओं के मानवाधिकारों में मिलने में आ रही चुनौतियों से सजग करने के साथ ही बालिका सशक्तिकरण के प्रयासों को सुदृढ़ करने का एक मंच है। इस वर्ष का विषय है “girls’ vision for future (भविष्य के प्रति बालिकाओं का दृष्टिकोण)” जो हमें इस बात के प्रति सजग करता है कि हम बालिकाओं की आवाज़ और उनके सपनों से प्रेरित होकर एक बेहतर कल का निर्माण कर सकते हैं। इस वर्ष का विषय न केवल तात्कालिक कार्रवाई की आवश्यकता को व्यक्त करता है, बल्कि बालिकाओं की आवाज़ और उनके भविष्य की दृष्टि से प्रेरित होकर आशा की एक निरंतर लहर को भी उजागर करता है।
विभाग के द्वारा इस अवसर पर “उत्तराखंडी परिधान महोत्सव : कल्चरल वॉक एंड अचीवर्स टॉक” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे उत्तराखण्ड के सभी जनपदों की कुल 27 बालिकाओं द्वारा प्रदेश के विभिन्न सांस्कृतिक समुदायों के वेशभूषाओं, यथा कुमाऊं, गढ़वाली, जौनसारी, थारू, भोटिया, रं, बुक्सा , वनराजी इत्यादि के परिधानों में प्रतिभाग किया गया ।
इस सांस्कृतिक वॉक कार्यक्रम में एक विशेष प्रतिभागी शामिल रहीं जो पिथौरागढ़ में निवासरत वनराजी जनजाति से आती हैं। पिथौरागढ़ की यह जनजाति अब केवल 9 गाँवों में निवासरत 746 सदस्यों की संख्या तक सीमित है, और यह बालिका अपनी जनजाति की पहली ऐसी लड़की हैं जिन्होंने इतने बड़े राज्य स्तरीय मंच पर कदम रखा है। इन बालिकाओं में बालिका निकेतन की तीन बालिकाओं द्वारा भी गढ़वाली एवं कुमाऊनी परिधानों में प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में प्रत्येक जनपद से 2 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रत्येक जनपद से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिका को मोबाइल फोन पुरुस्कार के रूप में दिया गया।
कार्यक्रम का दूसरा आकर्षण रहा अचीवर्स टॉक कार्यक्रम जिसमे प्रदेश के प्रत्येक जनपद से विविध क्षेत्रों यथा खेल, साहसिक कार्य, कला, गायन आदि क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाली कुल 13 बालिकाओं को उत्तराखंड अचीवर्स सम्मान से सम्मानित किया गया।