नई दिल्ली। भारतीय रेलवे और वेबटेक का संयुक्त उद्यम ‘वेबटेक लोकोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड’ अफ्रीकी देशों को लोकोमोटिव निर्यात करेगा। इसके लिए कंपनी अपने संयंत्र की क्षमताओं को विस्तार दे रही है। पहली बार संयंत्र वैश्विक निर्यात के लिए लोकोमोटिव का निर्माण करेगा।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मरहौरा में 70 एकड़ में स्थित मरहौरा प्लांट की स्थापना 2018 में भारतीय रेलवे के लिए एक हजार अत्याधुनिक इंजनों के स्वदेशी निर्माण के लिए की गई थी। यह प्लांट लगभग 600 लोगों को रोजगार देता है और भारतीय रेलवे को हर साल लगातार 100 इंजन उपलब्ध कराता रहा है। आज तक यह लगभग 650 इंजनों का निर्माण किया जा चुका है, जिन्हें भारतीय रेलवे के लोकोमोटिव बेड़े में शामिल किया गया है।
यह संयंत्र वैश्विक ग्राहकों को इवोल्यूशन सीरीज ईएस43एसीएमआई लोकोमोटिव की आपूर्ति करेगा। यह एक लोकोमोटिव है जिसमें 4,500 एचपी इवोल्यूशन सीरीज इंजन है। यह उच्च तापमान वाले वातावरण में अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ ईंधन दक्षता और सिद्ध प्रदर्शन प्रदान करता है। मरहौरा संयंत्र 2025 में इन लोकोमोटिव का निर्यात शुरू करेगा।
रेलवे का कहना है कि यह परियोजना रणनीतिक महत्व की है क्योंकि यह भारत को वैश्विक लोकोमोटिव निर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करेगी और “मेक इन इंडिया” और “मेक फॉर द वर्ल्ड” पहलों के साथ जोड़ेगी। यह मरहौरा संयंत्र को वैश्विक स्तर पर मानक-गेज लोकोमोटिव का निर्यात करने में भी सक्षम बनाएगी। यह स्थानीय स्तर पर भी विस्तार देगी और दीर्घकालिक रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी।