प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से मुलाकात की और व्यापार संबंधों, वाणिज्यिक साझेदारी तथा लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान को और बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की। मोदी ब्रुनेई की द्विपक्षीय यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। सुल्तान बोल्किया और उनके परिवार के सदस्यों ने इस्ताना नूरूल ईमान में प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया। इस्ताना नूरूल ईमान सुल्तान का आधिकारिक आवास और ब्रुनेई सरकार की सीट है।
इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हम एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करेत हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ब्रुनेई के सुल्तान के भावपूर्ण शब्द गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए मैं आपका और पूरे शाही परिवार का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं। सबसे पहले आपको और ब्रुनेई के लोगों को आजादी की 40वीं वर्षगांठ पर करोड़ भारतीयों की तरफ से हार्दिक बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, महामहिम सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से मिलकर खुशी हुई। हमारी बातचीत व्यापक थी तथा इसमें हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उपाय शामिल थे। हम व्यापार संबंधों, वाणिज्यिक संपर्कों और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान का और विस्तार करने जा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि मोदी की ऐतिहासिक यात्रा दोनों देशों के 40 साल पुराने राजनयिक संबंधों में मील का एक महत्वपूर्ण पत्थर है, जो द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर आपसी सम्मान एवं समझ की भावना से चिह्नित दोस्ताना रिश्ते रखते हैं।
भारत के विदेश मंत्रालय ने मोदी और बोल्किया की मुलाकात की तस्वीरें ‘एक्स’ पर साझा कीं और लिखा, भारत-ब्रुनेई के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने की कवायद। ब्रुनेई के महामहिम सुल्तान हाजी हसनल बोलकिया और उनके परिवार के सदस्यों ने इस्ताना नूरूल ईमान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।” मंत्रालय ने कहा, “भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए उसके दृष्टिकोण में ब्रुनेई एक अहम साझेदार है।” मोदी के ब्रुनेई रवाना होने से पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि दोनों देश एक सहस्राब्दी से इतिहास, संस्कृति और परंपरा के ताने-बाने से जुड़े हुए हैं।