उत्तराखंड में लगातार बारिश का दौर जारी है। इससे कहीं भूस्खलन तो कहीं बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। सबसे अधिक परेशानी राष्ट्रीय राजमार्गों पर है। वहीं चारधाम यात्रा मार्ग पर भी तीर्थयात्री मुश्किलें झेल रहे हैं। इधर, मौसम विभाग ने प्रदेश भर में 15 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी है।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने 15 अगस्त तक भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। कहीं-कहीं भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। गर्जन के आकाशीय बिजली भी चमकने की संभावना है। मौसम के कहर से राज्य के कई जिलों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा देखने को मिल सकता है। विशेष रूप से उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने और आपातकालीन स्थिति में मदद के लिए स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने की सलाह दी है।
भूस्खलन की मार झेल रहे मार्गों की स्थिति खतरे से खाली नहीं
लगातार हो रही बारिश का साइड इफेक्ट भी देखने को मिल रहा है। पहले से ही भूस्खलन की मार झेल रहे मार्गों की स्थिति अभी भी खतरे से खाली नहीं है। भूस्खलन जोन में 200 मीटर तक लंबी खड़ी पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे हैं। ऐसे में यहां पर आवाजाही करना अपनी जान को जोखिम में डालने के बराबर है। बारिश बंद होने के बाद चटक धूप में भी लगातार पत्थर गिर रहे हैं।