नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि सभी एजेंसियों का उद्देश्य ड्रग्स के कारोबार से जुड़े पूरे नेटवर्क का भांडाफोड़ करना होना चाहिए। केवल नशा करने वालों को पकड़ने से काम नहीं चलेगा।
नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर (एनसीओआरडी) की 7वीं शीर्ष स्तरीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नशे का पूरा कारोबार अब नार्को-आतंकवाद से जुड़ गया है और नशे के कारोबार से आने वाला पैसा देश की सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा बन गया है। हमारा अप्रोच होना चाहिए कि हम एक ग्राम भी ड्रग्स भारत में नहीं आने देंगे और न ही भारत की सीमाओं का इस्तेमाल किसी भी तरह से ड्रग्स तस्करी के लिए होने देंगे।
शाह ने कहा कि ड्रग्स व्यापार हमारी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने वाले चैनलों को भी मजबूत करता है। ड्रग कार्टेल हवाला लेनदेन और कर चोरी में शामिल होते हैं। यह एक बहुस्तरीय अपराध है और हमें इससे कठोरता से निपटने की जरूरत है। ड्रग्स आपूर्ति श्रृंखला के प्रति कठोर नजरीया, मांग में कमी लाने के लिए एक रणनीतिक दृष्टिकोण और नुकसान रोकने के लिए एक मानवीय दृष्टिकोण होना चाहिए। पहले हमारी एजेंसियों का मंत्र था ‘जानने की जरूरत’ लेकिन अब हमें ‘साझा करने के कर्तव्य’ की ओर बढ़ना चाहिए।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में हमने 3 स्तंभों पर लड़ाई को आगे बढ़ाने की कोशिश की है। संरचनात्मक सुधार, जागरूकता और एक समग्र सरकारी दृष्टिकोण। शाह ने अपील की कि राज्य स्तर पर संयुक्त समन्वय समितियां बनें, राज्य स्तर पर वित्तीय जांच की सख्त समीक्षा की जाए और वित्त मंत्रालय की केंद्रीय एजेंसियों को इसकी जानकारी दी जाए।