पटना। बिहार में 17 दिनों में 12 पुल गिरने की घटनाओं के बाद प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही पुलों के पुनर्निर्माण का भी आदेश दिया गया है। राज्य जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कहा कि कहा कि जांच में इंजीनियर लापरवाह और निगरानी को अप्रभावी पाया गया जिसके कारण राज्य में कई छोटे पुल ढह गए।
वहीं जिन कर्मचारियों पर गाज गिरी है उनमें तीन अधिशासी अभियंता भी शामिल हैं। इसके अलावा अधिकारियों ने पिछले 17 दिनों में सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में कुल 10 पुल ढहने की बात कही है।
उन्होंने बताया कि पुल गिरने के मामलों में उड़नदस्ता टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। जिसमें इंजीनियर और ठेकेदारों की लापरवाही सामने आई है। ठेकेदारों ने गाद की उड़ाही में पुलों के पिलर और बुनियादी ढांचे का ध्यान नहीं रखा। जबकि इंजीनियरों ने पुलों की नियमित देखरेख में लापरवाही बरती। इसलिए इस मामले में 14 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही जहां-जहां पुल गिरे हैं वहां के ठेकेदारों से पुलों की लागत राशि की वसूली की जाएगी।