देहरादून
केदारनाथ धाम की भौगोलिक परिस्थितियों के चलते अक्सर श्रद्धालुओं की तबीयत बिगडऩे व अन्य इमरजेंसी के साथ ही आपदा की घटनाएं घटित होती रहती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन केदार बाबा की यात्रा पर देश-दुनिया से पहुंच रहे श्रद्धालुओं की यात्रा को सुखद और सुगम बनाने के लिए प्रयासरत है। इसी क्रम में केदारनाथ पहुंचने पर किसी श्रद्धालु के साथ कोई दुर्घटना, बीमार होने या अन्य किसी आपातकाल स्थिति होने पर त्वरित कार्रवाई के लिए पर्यटन विभाग की ओर से दो एसयूवी थार गाडिय़ों की स्वीकृति जिला प्रशासन को मिली थी। जिसमें से पहली गाड़ी केदारनाथ धाम में शुक्रवार को पहुंच गई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता विनय ङ्क्षझक्वाण ने बताया कि आपातकाल के समय इन गाडिय़ों का प्रयोग किया जाएगा।रुद्रा प्वॉइंट से हेलीपैड तक थार
केदारनाथ धाम के आस पर लगभग चार से पांच किमी दायरे में यात्रियों की अक्सर तबियत बिगडऩे के मामले घटित होते रहते हैं। ऑक्सीजन की कमी के साथ ही हाइपोथर्मिया से यात्री बीमार पड़ जाते हैं, उन्हें तत्काल रेस्क्यू कर हेलीपैड व अस्तपाल पहुंचाने की सबसे बड़ी समस्या रहती है। उम्मीद है कि इन वाहनों से काफी मदद मिल सकेगी, और यात्रियों की जान बचाई जा सकेगी। यह वाहन रुद्रा प्वाइंट से लेकर हेलीपैड व केंदारमंदिर के पास तक आवाजाही कर सकता है। इससे पूर्व भी यहां पर एटीवी वाहन उपलब्ध था, लेकिन वाहन छोटा होने से मरीज को लाने व अन्य रेस्क्यू कार्य में कारगर साबित नहीं हो पाया।