केदारनाथ पैदल मार्ग के चीरबासा हेलीपैड के समीप फटा बादल, 10 की मौत, 6 गंभीर

रुद्रप्रयाग। आपदा एवं केदारनाथ यात्रा को देखते हुए मॉक ड्रिल किया गया है। केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर चीरबासा हेलीपैड के समीप बादल फटने की सूचना पर आपदा राहत एवं बचाव टीमें शीघ्र मौके के लिए रवाना हुई है। हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सुबह 10 बजे जिला परिचालन केंद्र को सूचना मिली कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर चीरबासा हेलीपैड के समीप बादल फट गया जिसमें कई व्यक्तियों के घायल एवं हताहत होने की सूचना प्राप्त है। सोनप्रयाग में स्टेजिंग एरिया बनाकर सहायक अभियंता लोनिवि नरेंद्र कुमार को एरिया मैनेजर बनाया गया। डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ, जिला प्रशासन की टीम, फायर तथा स्थानीय पुलिस की टीमों को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। टीमों ने रेस्क्यू कार्य प्रारंभ किया गया जिसमें 10 व्यक्तियों की मृत्यु होने के साथ ही 6 गंभीर घायल व्यक्तियों को हैली के माध्यम से उपचार एम्स ऋषिकेश भेजा गया। 17 घायल व्यक्तियों को उपचार के लिए स्टेजिंग एरिया सोनप्रयाग में लाया गया। इस घटना में 5 घोड़े एवं 7 खच्चर भी घायल हुए हैं, जिनका पशु चिकित्सक उपचार किया गया।

अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि केदारनाथ यात्रा को सुरक्षित, सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने तथा आपदा जैसी घटना घटित होने पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्य किए जाने के उद्देश्य से यह मॉक अभ्यास किया गया। ताकि पता चल सके कि कितने कम समय में राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जा सकता है। इससे यह पता चलता है कि हमारे पास कितने संसाधन एवं उपकरण उपलब्ध हैं। इस माक ड्रिल में सभी संबंधित विभागों ने अपना योगदान दिया।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एचसीएस मार्तोलिया, कोषाधिकारी चंद्रप्रकाश सती, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संदीप भट्ट, जिला उद्यान अधिकारी योगेन्द्र चौधरी, अधिशासी अभियंता लोनिवि रुद्रप्रयाग इंद्रजीत बोस, ऊखीमठ मनोज भट्ट, टीम लीडर उप निरीक्षक ओम प्रकाश एनडीआरएफ, टीम लीडर मुख्य आरक्षी प्रेम बिष्ट एसडीआरएफ, चौकी इंचार्ज गौरीकुंड ललित मोहन भट्ट, राज्य समन्वयक रेड क्रॉस मुंशी चौमवाल समेत कई टीमों के जवान एवं अधिकारी उपस्थित थे।

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