बिजली के दामों में वृद्धि दुर्भाग्यपूर्ण: डा. प्रतिमा सिंह

देहरादून ।प्रदेश कांग्रेस प्रवक्त डॉ. प्रतिमा सिंह ने उत्तराखण्ड सरकार के बिजली के दामों में बढोतरी किये जाने के फैसले कड़ा विरोध किया है। एक बयान जारी करते हुए डॉ. प्रतिमा सिंह  सरकार के इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि राज्य सरकार की विद्युत दरों में बढोतरी का फैसला जन विरोधी, किसान विरोधी एवं गरीब विरोधी है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि एक ओर भाजपा सरकार आम जरूरत की चीजों पानी, सीवर, पठन-पाठन सामग्री कॉपी, किताब, पेन, पेंसिल, रबर, रसोई गैस सिलेंडर, परिवहन निगम की बसों के किराये की दरों में भारी वृद्धि कर आम जनता का शोषण कर रही है वहीं अब बिजली के दामों में भारी वृद्धि कर किसानों और आम उपभोक्ताओं पर बोझ पर बोझ डालने का काम कर रही है। बिजली के बढे दामों का कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है तथा सरकार से मांग करती है कि बिजली की बढी दरों को जनहित में वापस लिया जाना चाहिए।
डॉ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा नेता महंगाई कम करने तथा आम आदमी को राहत की बात केवल अपने भाषणों में करते हैं परन्तु जिस प्रकार चुनाव समाप्त होते ही राज्य में बिजली के दाम बढ़ाये गये हैं उससे साबित होता है कि भाजपा की सरकारों को आम आदमी की कोई चिंता नहीं है। उन्होने यह भी कहा कि भाजपा की राज्य सरकार द्वारा पानी के दामों में 15 प्रतिशत, बिजली के दामों में 7.70 प्रतिशत, पठन सामग्री पर लगभग 25 प्रतिशत बढोतरी कर प्रदेश की जनता को चुनावी तोहफा दिया गया है। उन्होंने कहा कि 2014 से लगातार बढ रही महंगाई के कारण देश का किसान, नौजवान, बेरोजगार, गरीब व आम आदमी पहले से ही त्रस्त है। भाजपा सरकार के पिछले 7 वर्ष के कार्यकाल के अन्तराल में आम जरूरत की चीजों के दामों में कई गुना वृद्धि पर केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा नियंत्रण नहीं किया जा रहा है। रसोई गैस, पेट्रोलिय पदार्थ तथा खाद्य्य पदार्थों के लगातार बढ़ रहे दामों के बाद राज्य सरकार द्वारा बिजली की दरों में भारी वृद्धि कर जनता को मंहगाई के बोझ से लादने का काम किया जा रहा है।

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