एसएआईसी मोटर एवं जेएसडब्लू ग्रुप ने ऑटोमोटिव जॉइंट वेंचर ‘जेएसडब्लू एमजी मोटर इंडिया प्राईवेट लिमिटेड’ का गठन कर इसके व्यावसायिक रोडमैप की घोषणा की
110 अमेरिकी डॉलर के वार्षिक राजस्व और 100 देशों में अपनी पहुँच के साथ ग्लोबल फॉर्च्यून 500 कंपनी, एसएआईसी मोटर और बी2बी एवं बी2सी सेक्टर में काम करने वाले भारत के अग्रणी समूह, जेएसडब्लू ग्रुप के बीच नए रणनीतिक जॉइंट वेंचर- जेएसडब्लू एमजी मोटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (जेएसडब्लू एमजी मोटर इंडिया) का गठन हुआ है। इस जॉइंट वेंचर के व्यावसायिक रोडमैप की घोषणा के साथ देश में मोबिलिटी का एक नया युग शुरू हो गया है। यह नया जॉइंट वेंचर तेजी से बढ़ रहे भारतीय ऑटोमोटिव सेक्टर में विकसित होते हुए अवसरों का लाभ उठाएगा।
जेएसडब्लू एमजी मोटर इंडिया में स्टीयरिंग कमिटी के सदस्य, पार्थ जिंदल ने कहा, ‘‘इस जॉइंट वेंचर के माध्यम से हम भारत में सर्वश्रेष्ठ टेक्नोलॉजी लाने के लिए कठोर परिश्रम करेंगे, ताकि भारतीय उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य में विश्वस्तरीय कारें मिल सकें। एमजी इंडिया 1.0 भारत में 5 साल से काफी सफलतापूर्वक काम कर रहा है, और इस जॉइंट वेंचर के साथ एमजी2.0 और ज्यादा प्रभाव एवं सफलता हासिल करेगा। हम इस पार्टनरशिप के लिए एसएआईसी के आभारी हैं, और उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।’’
एमजी मोटर इंडिया के सीईओ एमेरिटस, राजीव चाबा ने कहा, ‘‘जेएसडब्लू ग्रुप में हमें भारत में एमजी ब्रांड के विकास के लिए एक बेहतरीन स्थानीय पार्टनर मिल गया है। टीम एमजी इंडिया ने पाँच सालों से भी कम समय में काफी मजबूत आधार स्थापित कर लिया है, जो इनोवेशन, विविधता, कम्युनिटी सर्विस और मजबूत कस्टमर केयर की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। आज हम देश में सबसे तेजी से विकसित होते हुए ओईएम में से एक हैं। हम जेएसडब्लू द्वारा विशाल स्तर पर मैनुफैक्चरिंग करने के उनके विस्तृत ज्ञान और विशेषज्ञता का लाभ उठाकर व्यापक लोकलाईज़ेशन के साथ अपने मैनुफैक्चरिंग फुटप्रिंट्स का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
कंपनी एनईवी का उत्पादन करने के लिए हलोल, गुजरात में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाएगी। इससे कंपनी की मौजूदा उत्पादन क्षमता प्रतिवर्ष 100,000 से बढ़कर 300,000 वाहनों तक पहुँच जाएगी। जेएसडब्लू एमजी मोटर इंडिया का नया बिज़नेस रोडमैप देश में रोजगार के बड़े अवसर और विस्तृत टेलेंट पूल का निर्माण करने पर केंद्रित है, ताकि इसका लाभ स्थानीय समुदायों को मिल सके। इसके अलावा कंपनी 100,000 विद्यार्थियों और कर्मचारियों को इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटोनोमस और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी के लिए आवश्यक कौशल का प्रशिक्षण भी देगी।