मुंबई। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कहा है कि यह उनके कर्मों का नतीजा है, जो उन्हें भुगतना ही पड़ेगा। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि चुनाव से पहले इस तरह किसी नेता की गिरफ्तारी इससे पहले कभी नहीं हुई थी। भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मुंबई सहित राज्य में आप पार्टी सहित विपक्ष ने कई जिलों में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया है। दक्षिण मुंबई में स्थित भाजपा मुख्यालय के आस-पास पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने 2010 की शुरुआत में अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली में लोकपाल के समर्थन में आंदोलन किया था। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे से अलग होकर आप पार्टी गठित की और राजनीति में आ गए। गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद शुक्रवार को अन्ना हजारे ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी उनके कर्मों का प्रतिफल है। यह तो होना ही था। अन्ना हजारे ने कहा, “मैं इस बात से बहुत परेशान हूं कि जो अरविंद केजरीवाल मेरे साथ काम करते थे, शराब के खिलाफ आवाज उठाते थे, वे अब शराब नीतियां बना रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी इसलिए हुई है।”
केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शरद पवार ने कहा है कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करना बहुत गलत है। केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि लोकतंत्र का गला घोंटने का काम चल रहा है। हम पूरी ताकत के साथ अरविंद केजरीवाल के पीछे खड़े रहेंगे। शरद पवार ने यह भी कहा कि बीजेपी और केंद्र सरकार को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि अब तक देश में कुछ अपवादों को छोड़कर बहुत ही स्वतंत्र माहौल में चुनाव होते रहे हैं लेकिन इस बार चुनाव कैसे होगा इस पर संशय बना हुआ है। वर्तमान में केन्द्रीय व्यवस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। शरद पवार ने कहा कि बैंक खाते फ्रीज होने से कांग्रेस का प्रचार तंत्र बंद हो गया है।
उन्होंने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कहा कि हर राज्य की एक शराब नीति होती है, जिसे तय करने का अधिकार राज्य की कैबिनेट को है। शरद पवार ने कहा कि यह लोकतंत्र का संकट है। इस समय लोकतंत्र का गला घोंटने का काम चल रहा है। शरद पवार ने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल में प्रधानमंत्री मोदी के रुख का विरोध करने की ताकत है। शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस पार्टी ने भी सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी का जोरदार विरोध दिया है।