नैनीताल। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुए दंगे के दौरान 8 फरवरी को ही हल्द्वानी आये प्रकाश कुमार सिंह नाम के मूलतः बिहार निवासी एक युवक की सिर में 3 गोलियां लगने की वजह से मौत हुई थी। उसका शव रेलवे पटरी के पास मिला था। उसकी मौत का कारण दंगे के दौरान गोली लगना बताया जा रहा था लेकिन इस मामले में हल्द्वानी पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया है कि प्रकाश की मौत दंगे की वजह से नहीं बल्कि अवैध प्रेम संबंधों की वजह से हुई थी।
हल्द्वानी पुलिस के अनुसार बीती 8 फरवरी की रात्रि थाना बनभूलपुरा क्षेत्र को सूचना मिली थी कि इंद्रा नगर रेलवे फाटक से आगे ऑवला गेट गौला बाईपास मुख्य सड़क पर एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा हुआ है। इस सूचना पर थाना बनभूलपुरा से उप निरीक्षक अनिल कुमार पुलिस बल के मौके पर पहुंचे। मृतक के पास मिले दस्तावेजों से उसकी शिनाख्त 25 वर्षीय प्रकाश कुमार सिंह उर्फ अविराज पुत्र श्याम देव सिंह निवासी छिने गाँव भोजपुर सिन्हा, बिहार के रूप में हुयी। प्राथमिक जांच के आधार पर जांच अधिकारी को लगा कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने 8 फरवरी की रात्रि को उसकी हत्या कर दी गयी।
मामले की विवेचना थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी द्वारा की गयी। जांच के दौरान मृतक प्रकाश कुमार सिंह के मोबाइल आदि की जाँच एवं एसओजी व सर्विलांस की मदद से पता चला कि मृतक प्रकाश का सम्पर्क सितारगंज के सूरज नाम के युवक से था तथा उत्तराखंड के अन्य नम्बर से भी वह वार्ता कर रहा था। वह 8 फरवरी को ही हल्द्वानी पहुँचा था। वह दो-ढाई साल से 28 वर्षीय सूरज बाईन पुत्र पवित्र बाईन निवासी शक्तिफार्म नंबर 1, बैकुंठ नगर थाना सितारगंज के घर आता-जाता रहता था। इसी दौरान प्रकाश के अवैध सम्बन्ध सूरज की बहन के साथ ही पुलिस आरक्षी 36 वर्षीय बीरेन्द्र सिंह पुत्र स्वर्गीय रघुनाथ सिंह निवासी ग्राम आलावृद्धि नागवा नाथ थाना खटीमा जिला ऊधमसिंह नगर की 36 वर्ष पत्नी प्रियंका के साथ बन गये थे। मृतक प्रकाश आरक्षी वीरेंद्र की पत्नी के साथ अवैध शारीरिक सम्बन्ध की वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर पैसे की मांग करने लगा था। पत्नी ने यह बात अपने पति से छुपा रखी थी। लेकिन 7 फरवरी को प्रकाश ने वीरेन्द्र को फोन किया। इसके बाद वीरेंद्र को उसकी पत्नी ने पूरी बात बतायी। इस पर आरक्षी वीरेंद्र ने अपनी पत्नी एवं अपने साथी नईम खान उर्फ बबलू के साथ मिलकर प्रकाश की हत्या करने की साजिश रची। प्रकाश को अपनी पत्नी के माध्यम से हल्द्वानी बुलवाया। वीरेन्द्र ने प्रकाश से अपने मोबाइल से पत्नी की वीडियो हटाने को कहा। लेकिन प्रकाश के मना करने पर आरक्षी वीरेन्द्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर 8 फरवरी की शाम को प्रकाश की गोली मारकर हत्या कर दी।