नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को विपक्षी सदस्यों ने सत्तापक्ष के विकास के दावों पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी चुनावी लाभ के लिए धार्मिक विभाजन का सहारा ले रही है। दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस (Congress) पर 70 वर्षों में देश को धर्म और जाति के नाम पर बांटने का ‘पाप करने’ का आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र के साथ चौतरफा विकास कर रहा है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर शुक्रवार को अधूरी रही चर्चा को आगे बढ़ाते हुए शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बार्णे ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया और कहा कि पिछले 10 वर्षों से तेजी से निरंतर विकास हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी के सत्यपाल सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने धर्म के नाम पर बंटवारा किया, भाषा के नाम पर राज्य बनाए और जातियों के नाम पर समाज को बांट दिया। उन्होंने कहा कि ‘‘कांग्रेस ने ये पाप किए हैं’’।
उन्होंने दावा किया, ‘‘कांग्रेस ने अंग्रेजों की नीतियों को अपनाया।’’ सिंह ने कहा, ‘‘देश का ‘इंडिया’ नाम खत्म किया जाना चाहिए। इस देश का नाम भारत है। इसमें बदलाव होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है।
कांग्रेस सांसद बेनी बेहनन ने दावा किया कि पिछले संसद सत्र में करीब 150 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया और विपक्ष की गैरमौजूदगी में कई विधेयकों को पारित करवाया गया। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि सरकार संसद को नजरअंदाज करती है। उन्होंने दावा किया कि कृषि क्षेत्र में बजट आवंटन को लगातार कम किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री लगातार ‘मोदी की गारंटी’ की बात करते हैं। लेकिन आज रोजगार की गारंटी क्या है?…मणिपुर के लोगों के लिए मोदी की गारंटी क्या है?’’ बेहनन ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के शामिल होने का उल्लेख करते हुए दावा किया कि धर्म और सरकार को आपस में जोड़ा जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति और धर्म अलग-अलग होने चाहिए।’’ कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनावी लाभ के लिए धार्मिक विभाजन कर रही है। जनता दल (यूनाइटेड) के आलोक कुमार सुमन ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को ‘भारत रत्न’ दिए जाने के फैसले के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।
उन्होंने अनुरोध किया कि ‘आउटसोर्सिंग’ नौकरियों में भी आरक्षण की व्यवस्था की जाए। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की शताब्दी रॉय ने कहा कि सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन सच्चाई इसके उलट है। उन्होंने कहा कि आज महिला, युवा और गरीब सबसे ज्यादा परेशान हैं। रॉय ने कहा, ‘‘सरकार को बताना चाहिए कि उज्ज्वला योजना के तहत कितने लोगों ने सिलेंडर को फिर से भरवाया है।