चंडीगढ़। पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने चंडीगढ़ पुलिस तथा केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर चलाए गए ऑपरेशन के दौरान चंडीगढ़ गोलीकांड की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया है।
पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने रविवार को बताया कि चंडीगढ़ के सेक्टर-पांच में बीती 19 जनवरी को एक कारोबारी के घर पर फायरिंग हुई थी। प्रारंभिक जांच के दौरान इस घटना में बनूड़ निवासी अमृतपाल सिंह उर्फ गुज्जर और कमलप्रीत सिंह देवीनगर तथा डेराबस्सी निवासी प्रेम सिंह के शामिल होने की बात सामने आई। उन्होंने बताया कि अमृतपाल व कमलप्रीत सिंह ने सेक्टर पांच चंडीगढ़ में फायरिंग की थी। तीसरे गुर्गे प्रेम सिंह ने इन दोनों को घटनास्थल से भागने के लिए गाड़ी मुहैया करवाई थी।
डीजीपी ने बताया कि अपराध को अंजाम देने के बाद ये अपराधी बिहार भाग गए, उन्हें बिहार से उत्तर प्रदेश जाते समय ट्रैक किया गया। इस मामले की जांच करते हुए चंडीगढ़ पुलिस बिहार व उत्तर प्रदेश में छापे मार रही थी। इसके बाद पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने चंडीगढ़ पुलिस तथा केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर चलाए गए ऑपरेशन के दौरान गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के तीनों गुर्गों को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पकड़ लिया गया। इन सभी की पहले से आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए अपराधी गोल्डी बराड़ के इशारे पर घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं।