नई दिल्ली। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा (Alka Lamba) ने बिलकीस बानो मामले के दोषियों की सजा में छूट देने के फैसले को उच्चतम न्यायालय द्वारा रद्द किए जाने के बाद कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को देश की बेटियों से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि वह बेनकाब हो चुकी है।
अलका ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त, 2022 को लाल किले से ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ पर भाषण दे रहे थे, तो उधर गुजरात में बिलकीस बानो के बलात्कारियों की रिहाई हो रही थी। पहले इन बलात्कारियों का स्वागत विश्व हिंदू परिषद के दफ्तर में किया गया और बाद में भाजपा के सांसदों-विधायकों ने इनके साथ मंच साझा किए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय के इस फैसले के बाद प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के नेताओं को देश की करोड़ों बेटियों से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि भाजपा आज बेनकाब हो चुकी है।’’
उच्चतम न्यायालय ने गुजरात में 2002 के दंगों के दौरान बिलकीस बानो से सामूहिक दुष्कर्म और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के मामले में 11 दोषियों को सजा में छूट देने के राज्य सरकार के फैसले को सोमवार को यह कहते हुए रद्द कर दिया कि आदेश ‘‘घिसा पिटा’’ था और इसे बिना सोचे-समझे पारित किया गया था। न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना और न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां की पीठ ने दोषियों को दो सप्ताह के अंदर जेल अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण करने का निर्देश भी दिया।