नई दिल्ली। प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सिख गुरुओं ने भारतीयों को अपनी भूमि के गौरव के लिए जीना सिखाया और देश को बेहतर व विकसित बनाने के लिए एक प्रेरणा के रूप में कार्य किया है। गुरु गोविंद सिंह के दो बेटों की शहादत की याद में आयोजित ‘वीर बाल दिवस’ कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि उनके बलिदान को न केवल भारत में बल्कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में कार्यक्रमों के जरिए विश्व स्तर पर भी याद किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के वीर साहिबजादों को पूरी दुनिया और ज्यादा जानेगी, उनके महान कार्यों से सीखेगी।’’ मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के पास भारत के युवाओं के असीमित सपनों को पूरा करने के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण और रोडमैप है, चाहे वे किसी भी क्षेत्र और समाज में पैदा हुए हों। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार में वृद्धि का हवाला देते हुए कहा कि सरकार की स्पष्ट नीति है और उसकी नीयत में कोई खोट नहीं है।
प्रधानमंत्री ने युवाओं से अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आह्वान करते हुए कहा कि जब वे फिट होंगे तो अपने करियर और जीवन में ‘सुपर हिट’ होंगे। उन्होंने उनसे अच्छा आहार लेने और नशीले पदार्थों के उपयोग से दूर रहने के लिए कहा। मोदी ने धार्मिक नेताओं और सामाजिक संगठनों से नशे के खिलाफ आंदोलन शुरू करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि आज जब भारत अपनी विरासत पर गर्व कर रहा है तो उसे देखने का दुनिया का नजरिया भी बदला है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज भारत, दुनिया के सबसे ज्यादा युवा देशों में से एक है। इतना युवा तो भारत अपनी आजादी की लड़ाई के समय भी नहीं था। जब उस युवाशक्ति ने देश को आजादी दिलाई, तो आज की युवाशक्ति भारत को किस ऊंचाई पर ले जा सकती है… यह कल्पना से परे है।’’
उन्होंने खुशी जताई कि आज का भारत ‘गुलामी की मानसिकता’ से बाहर निकल रहा है और आज के भारत को अपने लोगों पर, अपने सामर्थ्य पर, अपनी प्रेरणाओं पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, ‘‘जब तक हमने अपनी विरासत का सम्मान नहीं किया, तब तक दुनिया ने भी हमारी विरासत को भाव नहीं दिया। आज जब हम अपनी विरासत पर गर्व कर रहे हैं, तो दुनिया का भी नजरिया बदला है।’’
इस अवसर पर मोदी ने युवाओं के एक मार्च-पास्ट को भी रवाना किया। वीर बाल दिवस श्री गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है। पिछले वर्ष जनवरी में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन प्रधानमंत्री ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।