देहरादून। भाकृअनुप- विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा एवं एवं शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, श्रीनगर, कश्मीर (Kashmir) क्रे बीच को शोध कार्य हेतु समझौता ज्ञापन पर संस्थान के निदेशक डा- लक्ष्मीकान्त एवं शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कश्मीर के निदेशक, शोध प्रो. एच. आर. नाईक द्वारा हस्ताक्षर किये गये। शेर-ए-कश्मीर कश्मीर विश्वविद्यालय, जो कि कई विषयों एवं कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में अध्ययन केन्द्र (Study Centre) है तथा भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में पौध प्रजनन, जेनेटिक्स, सब्जी विज्ञान, मृदा विज्ञान, सस्य विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी,सूक्ष्मजीव विज्ञान, जैव रसायन, मृदा व जल संरक्षण अभियांत्रिकी, कृषि यंत्र एवं ऊर्जा, कृषि प्रसार, पौध सुरक्षा, कीट विज्ञान इत्यादि क्षेत्रों में शोध कार्य होता है। इस समझौते के अन्तर्गत दोनो अपने-अपने अधिदेश के अनुसार शोध कार्यो में परस्पर सहयोग करेंगे। इसके अतिरिक्त शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कश्मीर के स्नाकोत्तर/शोधार्थी पर्वतीय कृषि के विभिन्न विषयों पर भाकृअनुप वि.प.कृ.अनु.सं., अल्मोड़ा में शोध कार्य कर सकेंगे। साथ ही राष्ट्रीय कार्यक्रमों में दोनो एक दूसरे को वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग प्रदान करेंगे। साथ ही संस्थान द्वारा विकसित पर्वतीय फसलो की प्रजातियों को कश्मीर में उक्त विश्वविद्यालय (university) के माध्यम से प्रचारित व प्रसारित करवाएंगा। कश्मीर हेतु संस्तुत वीएल प्रजातियों का बीजोत्पादन भी कश्मीर में करना इस समझौते के अन्तर्गत है। दोनों संस्थान किसान मेले व प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन भी कश्मीर में संयुक्त रूप से करेंगे तथा वैज्ञानिक ज्ञान, सूचना जैसे शोध प्रकाशनों में भी एक -दूसरे को सहयोग देंगे। यह समझौता 5 वर्षो के लिए किया गया है।
इसके अतिरिक्त ही भाकृअनुप-वि-प-कृ-अनु-सं-, अल्मोड़ा के निदेशक डा- लक्ष्मी कान्त एवं निदेशक, शोध, शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,श्रीनगर,कश्मीर, प्रो. एच. आर. नाईक, द्वारा 25 अक्टूबर, 2023 भाकृअनुप&वि.प.कृ.अनु.सं., अल्मोड़ा की प्रजातियों का केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में प्रसार करने के उद्देश्य से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये। समझौता के अन्तर्गत कृषि विभाग एवं कृषकों की मांग की आपूर्ति करने हेतु शेर ए कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, श्रीनगर, कश्मीर भाकृअनुप-वि.प.कृ.अनु.सं., अल्मोड़ा द्वारा विकसित गेहूँ, जौ,मक्का, धान, दलहन, तिलहन, श्री अन्न व पोषण फसलों व सब्जी फसलों की प्रजातियों के ब्रीडर/न्यूक्लियस बीजों का उत्पादन कर उन्हे कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित दरों पर कृषि विभाग व कृषकों को उपलब्ध करायेगा। यह समझौता 2023 से 2028 तक वैध होग। उपरोक्त दोनों समझौते जहाँ एक ओर शेर-ए-कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय] कश्मीर के विद्यार्थियों व शोधार्थियों को पर्वतीय कृषि के विभिन्न आयामों से अवगत कराएगे] वहीं दूसरी ओर संस्थान द्वारा विकसित प्रजातियों को भी केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू&कश्मीर में प्रसारित व लोकप्रिय बनाने में सक्षम होंगे। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर शेर -ए- कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,श्रीनगर, कश्मीर के कुलपति प्रो. (डा.) नजीर अहमद गनई, निदेशक प्रसार तथा अन्य अधिकारियों एवं भाकृअनुप वि.प.कृ.अनु.सं., अल्मोड़ा के प्रभागाध्यक्ष, फसल सुधार डा- निर्मल कुमार हेडाऊ की उपस्थिति में हुए।