देहरादून। चंद्रग्रहण( Lunar Eclipse) के चलते शनिवार को बदरीनाथ, केदारनाथ गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में मंदिर के कपाट शाम चार बजे बंद कर दिए गए। इस दौरान बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर ( Badrinath-Kedarnath Temple) समिति के सभी अधीनस्थ मंदिर भी बंद कर दिए गए।
समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि ग्रहण 28 अक्तूबर को रात एक बजकर चार मिनट से लगेगा। इसे नौ घंटे पहले सूतककाल लगने के कारण मंदिरों को बंद कर दिया गया। 29 अक्तूबर रविवार को सुबह शुद्धिकरण करने के बाद मंदिर ब्रह्म मुहूर्त ( Brahma Muhurat) में खुलेंगे और महाभिषेक, रूद्राभिषेक सहित सभी पूजाएं संपन्न होंगी।
शनिवार को 11 बजे राजभोग लगेगा व मंदिर की सफाई की गई। दोपहर दो बजे दोबारा मंदिर को खोला गया और सांयकालीन आरती की गई। इसके बाद चार बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। वहीं, गंगोत्री व यमुनोत्री मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए गए। जो कि अब रविवार को खोले जाएंगे।
श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने बताया कि मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं। शाम को होने वाली आरती भी चार बजे से पहले कर ली गई। बताया कि चंद्रग्रहण के बाद कपाट सीधे अगले दिन तड़के सुबह चार बजे खोले जाएंगे।