- निवेश में हुए करार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई
- निवेश से न केवल उत्तराखंड बल्कि देश की भी आर्थिकी होगी सशक्त
आशीष सिंह, देहरादून।
उत्तराखंड (Uttarakhand ) का पूर्ण विकास कैसे हो, इसको लेकर प्रदेश सरकार (State Government) काफी सक्रिय है। दिसंबर 2023 में इनवेस्टर्स समिट और सीएम की विदेश यात्रा को भी इस क्रम में देखा जा रहा है। देश विदेश ( Home and abroad) से देवभूमि में निवेश कैसे और किस क्रम में किया जाए इसको लेकर काफी गंभीरता से प्रदेश सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री (CM) को इस मामले में काफी सफलता भी मिल रही है। यह सच है कि निवेश से उत्तराखंड को तो लाभ मिलेगा ही। साथ ही, साथ देश को भी हर नजरिए से लाभ पहुंचेगा।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस तरह से निवेश आने का सिलसिला शुरू हुआ है उससे भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी काफी प्रसन्न हैं। खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi ) ने भी मुख्यमंत्री की पीठ थपथपाई है। मुख्य मंत्री का ब्रिटेन भ्रमण रहा काफी सफल रहा है। 12500 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर करार हुआ है। निवेश को लेकर हुए करार से उत्साहित सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कार्यालय में एक उत्तराखंड अप्रवासी सेल बनाने का महत्वपूर्ण फैसला भी लिया है।
ब्रिटेन के पर्यटन मंत्री के साथ बैठक में उत्तराखण्ड और ब्रिटेन के बीच पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाने के कार्ययोजना बनाने के लिए भी सहमति बनी है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि यू.के. में विभिन्न प्रस्तावों पर हुए करार से प्रदेश की आर्थिकी काफी सशक्त होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यू.के. में आयोजित विभिन्न बैठकों में राज्य में लगभग 12 हजार 05 सौ करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर करार हुआ। उन्होंने कहा कि अपने अप्रवासी भाई-बहनों और उत्तराखंड सरकार के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित करने तथा उनके निवेश प्रस्तावों पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय में एक उत्तराखण्ड अप्रवासी सेल बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन के पर्यटन मंत्री के साथ उत्तराखंड और ब्रिटेन के बीच पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाने के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए सहमति भी बनी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 25 सितम्बर को देहरादून से दिल्ली और फिर दिल्ली से ही एयरपोर्ट की यात्रा के पश्चात ही एयरपोर्ट पर जिस प्रकार उत्तराखंड के प्रवासियों ने गर्मजोशी से उत्तराखंडी रीति रिवाजों और वाद्य यंत्रों के साथ स्वागत किया, वह अपने आप में भाव विभोर करने वाला पल था। उसी शाम लंदन में उत्तराखंड के प्रवासी भाई-बहनों ने स्वागत के लिए सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया तो ऐसा लग रहा था कि वे लंदन में नहीं, बल्कि उत्तराखंड के ही किसी शहर में अपने उत्तराखंडी भाई बहनों से मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 सितंबर को फ्रांस के पोमा ग्रुप के साथ हुई बैठक में उत्तराखंड के पर्यटन क्षेत्रों और सुदूर क्षेत्रों को रोपवे द्वारा जोड़ने तथा जन परिवहन की दृष्टि से इस माध्यम को प्रयोग में लाने के लिये 02 हजार करोड़ रुपए का करार किया गया। पोमा ग्रुप द्वारा राज्य में देश का पहला रोपवे मैन्युफैक्चरिंग पार्क विकसित किए जाने के संदर्भ में संभावनाएं तलाशने हेतु कार्य करने का भी प्रस्ताव दिया गया।
उसके बाद इंग्लैंड में स्थित भारतीय दूतावास में पर्यटन क्षेत्र की विभिन्न गतिविधियों में शामिल लोगों के साथ बैठक में उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियों में तेजी लाने के लिए कार्ययोजना पर मंथन किया गया तथा उन्हें प्रदेश की नई पर्यटन नीति के संबंध में जानकारी दी गई। इसके बाद उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर केबल कार परिवहन व्यवस्था विकसित करने तथा औली, दयारा बुग्याल और मुनस्यारी में शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देने के लिए विंटर स्पोर्ट्स डेस्टिनेशन विकसित किए जाने के लिए सहमति जताते हुए अमेरिका के के. एन. ग्रुप के साथ 4800 करोड़ रुपए का निवेश करार किया गया।
ब्रिटिश पार्लियामेंट के लार्ड मेयर तथा बर्मिंघम विश्वविद्यालय के कुलपति बिली मोरया के साथ हुई बैठक में उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं के विषय में चर्चा की गई। उनके द्वारा उत्तराखंड में एक सेंटर आफ एक्सीलेंस विकसित किए जाने हेतु सहमति जताई गई। उत्तराखण्ड में निवेश के लिए विभिन्न कंपनियों के 80 डेलिगेशनों के साथ ही सघन बैठक में लगभग 1250 करोड़ रुपए के प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 27 सितंबर को ब्रिटेन के ऐतिहासिक शहर और औद्योगिक व शिक्षा के केंद्र के रूप में विख्यात बर्मिंघम शहर में आयोजित, उत्तराखंड में निवेश के लिए विभिन्न कंपनियों के 250 डेलिगेशनों के साथ हुई सघन बैठक में लगभग 1500 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किए गए। 28 सितंबर को ब्रिटेन में कार्यरत विभिन्न उद्योग समूहों के साथ हुई बैठक में पर्यटन एवं विनिर्माण क्षेत्रों में हुए करार के अंर्तगत 3300 करोड़ रुपए के अनुबंध पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए।
जर्मन एंबेसी के अधिकारियों के साथ बैठक में जर्मनी द्वारा तकनीकी शिक्षा तथा कौशल विकास के संबंध में उत्तराखंड को सहयोग देने के साथ-साथ हमारे कुशल कर्मकारों को जर्मनी में कार्य करने के लिए बुलाने के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। बहरहाल, सभी को दिसंबर माह में होने वाले निवेश का बेसब्री से इंतजार है। सबसे अच्छी बात यह है कि इन्वेस्टर्स समिट के पहले करोड़ों करोड़ों रुपए के निवेश पर कराए हुए हैं। यह सबसे बड़ी कामयाबी है।