कोलकाता। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष (Rathin Ghosh ) के आवास और एक दर्जन अन्य स्थानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को राज्य भर के नागरिक निकायों में कथित नौकरी के बदले नकदी घोटाले के संबंध में छापेमारी (Raid) की। आधिकारिक सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।
EDअधिकारियों की टीमें सुबह करीब छह बजे उत्तर 24 परगना जिले सहित विभिन्न स्थानों पर पहुंची और केंद्रीय सशस्त्र बलों के सहयोग से आरोपी अधिकारियों के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी शुरू कर दी। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय जांच एजेंसी ने उत्तर 24 परगना जिले के माइकल नगर स्थित मंत्री के घर सहित करीब 13 स्थानों की तलाशी ली। पहली बार ईडी अधिकारियों ने कथित घोटाले के संबंध में किसी मंत्री के घर पर छापेमारी शुरू की है।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी के अधिकारी सुबह छह बजे घोष के आवास पर पहुंचे और रिपोर्ट दाखिल करने के समय भी वे वहीं थे। घोष मध्यमग्राम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह वर्तमान में मध्यमग्राम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले तृणमूल कांग्रेस के विधायक हैं। ईडी ने उत्तर 24 परगना जिले में कमरहाटी नगर पालिका अध्यक्ष गोपाल साहा के घर पर भी छापा मारा।
मंत्री पर यह आरोप लगाया गया था कि 2014-18 के दौरान नकदी के बदले एक हजार से अधिक लोगों को विभिन्न नागरिक निकायों में नौकरी दी गई थी। सूत्रों ने दावा किया कि विभिन्न नगर पालिकाओं में नौकरी घोटाले से संबंधित आरोपों की जांच करते समय, ईडी के अधिकारियों ने अयान सिल के एबीएस इन्फोज़ोन के कार्यालय से आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए। ईडी कथित घोटाले के मनी ट्रेल की जांच कर रही है।