भोपाल। मध्यप्रदेश (MP )में पिछले लगभग दो दशक से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आई प्रत्याशियों की दूसरी सूची के कई नामों ने सभी को चौंका दिया है। पार्टी ने अपने 39 प्रत्याशियों की दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को विधानसभा चुनाव मैदान में उतार कर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है।
भाजपा की कल देर रात जारी दूसरी सूची में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) का है, जिन्हें पार्टी ने मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा ( Assembly) से चुनावी मैदान में उतारा है। मुरैना संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद (Lok Sabha MP) तोमर वर्तमान में प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक भी हैं।
इसी तरह केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को उन्हीं के संसदीय क्षेत्र मंडला की विधानसभा निवास (अजजा) से प्रत्याशी बनाया गया है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल (Union Minister Prahlad Patel ) को वर्तमान में उनके संसदीय क्षेत्र दमोह से इतर नरसिंहपुर विधानसभा से चुनावी रण में उतरने का जिम्मा दिया है।
भाजपा की इस सूची में सतना सांसद गणेश सिंह, सीधी सांसद रीति पाठक, जबलपुर सांसद राकेश सिंह और होशंगाबाद सांसद राव उदय प्रताप सिंह का भी नाम है। इन्हें पार्टी ने क्रमश: सतना, सीधी, जबलपुर (पश्चिम) और गाडरवारा से प्रत्याशी घोषित किया है।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल समेत सांसद गणेश सिंह, रीति पाठक और राकेश सिंह पहली बार विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरे हैं। तोमर प्रदेश में पूर्व मंत्री रह चुके हैं। वहीं कुलस्ते इसके पहले भी विधानसभा चुनावी मैदान में रह चुके हैं। राव उदय प्रताप सिंह इसके पहले कांग्रेस में रहते हुए भी सांसद थे। वे भाजपा से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
सूची में इसके अलावा एक अन्य नाम जिस पर सबकी नजरें ठहर गईं हैं, वो पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का है। विजयवर्गीय को पार्टी ने इंदौर एक विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया गया है। वे इसके पहले प्रदेश सरकार में मंत्री होने के साथ इंदौर दो और महू विधानसभा से पार्टी विधायक रह चुके हैं। पार्टी ने कुछ समय पहले बेहद कुख्यात हुए सीधी आदिवासी कांड को लेकर भी सख्त रुख अपनाते हुए इस सीट से मौजूदा विधायक केदार शुक्ल का टिकट काट दिया है। इस सीट से पार्टी ने सांसद रीति पाठक को टिकट दे दिया है।
सूची के अनुसार श्योपुर से दुर्गालाल विजय, मुरैना से रघुराज कंसाना, लहार से अमरीश शर्मा गुड्डू, भितरवार से मोहन सिंह राठौर, डबरा (अजा) से इमरती देवी, सेवढ़ा से प्रदीप अग्रवाल, करैरा (अजा) से रमेश खटीक, राघौगढ़ से हिरेंद्र सिंह बंटी बना, देवरी से बृजबिहारी पटेरिया और राजनगर से अरविंद पटेरिया को प्रत्याशी घोषित किया गया है।
मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी, सिंहावल से विश्वामित्र पाठक, कोतमा से दिलीप जायसवाल, डिंडोरी (अजजा) से पंकज टेकाम, कटंगी से गौरव पारधी और जुन्नारदेव (अजजा) से नत्थन शाह पर दाव लगाया गया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा से भाजपा नेता विवेक बंटी साहू को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा परासिया (अजा) से ज्योति डहेरिया, घोड़ाडोंगरी (अजजा) से गंगाबाई उइके, उदयपुरा से नरेंद्र शिवाजी पटेल और खिलचीपुर से हजारी लाल दांगी को चुनावी दंगल में उतारने का निर्णय हुआ है।
आगर (अजा) से मधु गेहलोत, शाजापुर से अरुण भीमावत, भीकनगांव (अजजा) से नंदा ब्राह्मणे, राजपुर (अजजा) से अंतर सिंह पटेल, पानसेमल (अजजा) से श्याम बर्डे, थांदला (अजजा) से कल सिंह भांवर, गंधवानी (अजजा) से सरदार सिंह मेड़ा और देपालपुर से मनोज पटेल को प्रत्याशी घोषित किया गया है।
भाजपा ने कुछ समय पहले 39 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें अनेक नए चेहरों पर भरोसा जताया गया था। इन सभी 39 सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पराजय का सामना किया था। इसी तरह कल घोषित 39 सीटों में से अधिकांश पर भाजपा को 2018 के पिछले चुनाव में पराजय का स्वाद चखना पड़ा था। इनमें से भी कई सीटों पर पार्टी ने नए चेहरों पर दांव लगाया है।
राज्य में सभी 230 सीटों पर विधानसभा चुनाव नवंबर दिसंबर माह में होने की संभावना है। भाजपा की मौजूदा सरकार को लेकर कथित सत्ताविरोधी रुझान (एंटी इंकंबेंसी फेक्टर) के चलते पार्टी प्रत्याशियों की दूसरी सूची काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। माना जा रहा है कि अक्टूबर माह में विधानसभा चुनाव के लिए कार्यक्रम जारी होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो सकती है।