‘‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023’’ विधेयक पास होने के बाद महिला आरक्षण बिल इन वेटिंग : डाॅ. प्रतिमा सिंह
देहरादून । प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. प्रतिमा सिंह ( Dr. Pratima Singh) ने संसद के दोनों सदनों में महिला आरक्षण बिल पास किये जाने का स्वागत किया तथा बिल को समर्थन कर रहे सभी दलों का धन्यवाद करते हुए कहा कि देश की संसद एवं विधायिकाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण सम्बन्धी महिला आरक्षण बिल ‘‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023’’ ( ‘Nari Shakti Vandana Act 2023’) विधेयक लम्बे इंतजार के बाद आखिर सदन में भारी बहुमत से सभी दलों के सहयोग से पास तो करा दिया गया है, परन्तु वही हुआ जिसका अंदेशा जताया जा रहा था।
भाजपा ने आगामी लोकसभा ( Lok Sabha) व कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में वोट की मजबूरी को इसमें साफ दृष्टांकित कर दिया अन्यथा यदि भाजपा (BJP) की मंशा साफ होती तो महिला आरक्षण 2024 के लोकसभा चुनाव में लागू किया जा सकता था। यदि इसमें जनगणना तथा परिसीमन आडे आ रहे थे तो जनगणना के उपरान्त आरक्षित सीटों में फेरबदल किया जा सकता था परन्तु भाजपा ने लालकृष्ण आडवाणी जिन्हें आज तक पी.एम. इन वेटिंग कहा जाता है उसी की भांति महिला आरक्षण इन वेटिंग कर दिया है। आने वाले समय में महिला आरक्षण बिल अक्षरशः लागू हो भी पायेगा या नहीं यह भविष्य के गर्भ में है।
पूर्व प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह द्वारा सदन में ओबीसी को महिला आरक्षण में आरक्षण दिये जाने के मामले में जिस प्रकार गोलमोल जवाब दिया वह भी इस बडे वर्ग को प्रतिनिधित्व दिये जाने की भाजपा सरकार की मंशा को प्रदर्शित कर रहा है। शायद अन्य पिछड़ा वर्ग की याद भाजपा को केवल चुनावों में आती है जब वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पिछड़ो के नाम पर आगे कर वोट मांगे जाते हैं। सदन में पेश महिला आरक्षण बिल के मसौदे में ओबीसी के लिए आरक्षण की क्या व्यवस्था होगी इसका कहीं पर भी जिक्र नहीं किया गया है।