देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ( Dhirendra Pratap) ने पौड़ी जनपद के नैनीडांडा विकासखंड के अप नगरों जडाउखाद और धूमाकोट में स्थानीय प्रशासन द्वारा गरीब दुकानदारों की दुकानें ( shops) तोड़े जाने की कड़ी निंदा की है ।
प्रताप ने कहा कि एक और तो सरकार लाखों बेरोजगारों ( Unemployed) को रोजगार देने में भी विफल रही है उधर उनके अभिभावक कही छोटी-मोटी दुकान चला कर अपना परिवार पाल रहे हैं तो उनके पेट पर उनकी दुकान तोड़कर लात मारी जा रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) से जिलाधिकारी बॉडी को निर्देश देने की मांग की है कि वह जिले में कहीं भी छोटे-मोटे दुकानदारों की दुकानों को ना तोड़े और अगर उन्हें तोड़े तो तत्काल उन्हें वैकल्पिक स्थान और वैकल्पिक रोजगार दिलवाएं ।
उन्होंने कहा पर्वतीय जनपदों में बेरोजगारी और अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधा न होने के कारण पहले ही लोग पर्वतीय गांव और अपना कारोबार को छोड़कर देहरादून और हल्द्वानी जैसे और दिल्ली जैसे महानगरों की तरफ भाग रहे हैं ।इससे पहाड़ खाली हो रहे हैं और दूसरी तरफ छोटे-मोटे दुकानदारों के दुकानों को तोड़कर उनके परिवार पर वज्रपात किया जा रहा है ।उन्होंने चेतावनी दी यदि अतिक्रमण के नाम पर पर्वतीय लोगों पर जुल्म करना बंद ना किया गया तो कांग्रेस इसके खिलाफ सत्याग्रह करेगी।