केवडिया, गुजरात। केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण (Minister Nirmala Sitharaman ) की अगुवाई में यहां वित्त मंत्रालय के चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। वित्त मंत्री ने चिंतन शिविर के दौरान कहा कि सरकार में उपलब्ध संसाधनों और अनुभव के विशाल पूल का इष्टतम उपयोग किया जाना चाहिए ताकि अमृतकाल में 2047 तक विकसित भारत की ओर बढ़ने के प्रयासों में युवा पीढ़ियों का मार्गदर्शन हो सके।
इसमें वित्त मंत्री के साथ ही वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और भगवत किशनराव कराड मौजूद थे। इसमें वित्त मंत्रालयख् कंपनी मामलों के मंत्रालय के साथ ही आयकर विभाग और केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के अधिकारी भ मौजूद थे।
सत्र के दौरान चर्चा मानव संसाधन और संस्थानों के क्षेत्रों में क्षमता निर्माण के विभिन्न पहलुओं, प्रौद्योगिकी और सॉफ्टवेयर-सक्षम प्रणालियों की भूमिका, अंतर-मंत्रालयी परामर्श, विभिन्न स्तरों पर प्रशिक्षण के महत्व और युवा पीढ़ी को सलाह देने पर केंद्रित थी।