बेंगलुरु। कर्नाटक (Karnataka) के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार(DK Shivakumar ) ने कहा है कि अगर यह साबित (proved) हो जाए कि उन्होंने ‘कमीशन’ (रिश्वत) लिया है, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। शिवकुमार ने उनपर कमीशन वसूलने का आरोप लगाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व मंत्री आर. अशोक पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उनके आरोप झूठे साबित हुए तो क्या दोनों भाजपा नेता राजनीति से संन्यास लेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैंने किसी से कमीशन लिया है, तो मैं आज ही राजनीति से संन्यास ले लूंगा। लेकिन, यदि ये (आरोप) गलत साबित हुए तो क्या बोम्मई और अशोक अपने राजनीतिक संन्यास की घोषणा करेंगे?’’
बेंगलुरु विकास विभाग संभालने वाले शिवकुमार ने कहा कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) द्वारा किए गए विभिन्न कार्यों की जांच में सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा, न कि केवल एक विभाग को। इस बीच, बोम्मई ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार पूरे राज्य में, खासकर बीबीएमपी में गंभीर भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा, ‘‘ठेकेदार संघ ने राज्यपाल को एक ज्ञापन दिया है, उन्होंने राहुल गांधी को भी ट्वीट किया है और वे हमसे भी मिले हैं। इसलिए हमने उनका मामला उठाया है।
बोम्मई ने आरोप लगया, ‘‘यहां गंभीर, खुला भ्रष्टाचार चल रहा है। पिछले तीन माह से ठेकेदारों को कोई भुगतान नहीं किया गया है। वे (भुगतान रोकने के लिए) कुछ पूछताछ को कारण बता रहे हैं। उन्हें पूछताछ करने दीजिये।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उन्हें नहीं रोक रहे हैं। उन्हें जांच करने दीजिए और दोषियों को फांसी देने दीजिए, लेकिन जिन सच्चे लोगों ने पिछले छह महीने से काम किया है, उन्हें कोई भुगतान नहीं हो रहा है। बोम्मई ने दावा किया कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तो इस साल अप्रैल में उन्होंने 650 करोड़ रुपये का भुगतान जारी किया था।