अगरतला। त्रिपुरा के परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी ने बुधवार को कहा कि राज्य का दूसरा हवाईअड्डा ( Airport ) उनोकोटी जिले के अंतर्गत कैलाशहर में बनने के लिए पूरी तरह तैयार है। चौधरी ने यहां कहा कि हवाईअड्डा अगरतला, कोलकाता और गुवाहाटी को दैनिक उड़ान से जोड़ेगा। उन्होंने जिले के सभी संबंधित अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। जिसके बाद परियोजना को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को साइट का दौरा किया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय परियोजना के समयबद्ध कार्यान्वयन के लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराने पर सहमत हो गया है।
मंत्री ने कहा, एक बार परियोजना प्रस्ताव को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, नए हवाई अड्डे के लिए जमीन सौंपने के लिए मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। काम दो चरणों में शुरू होगा।हाल ही में, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सूत्रों ने राज्य सरकार को सूचित किया कि एलायंस एयर और स्पिरिट एयर ने कैलाशहर से क्रमशः 19 और 17 सीटों वाले छोटे विमान संचालित करने पर सहमति व्यक्त की है।
उन्होंने कहा, पहले चरण में मौजूदा बुनियादी ढांचे के साथ हवाई अड्डे का नवीनीकरण किया जाएगा और साल के अंत तक कैलाशहर-कोलकाता और कैलाशहर-अगरतला मार्गों पर छोटे विमान संचालित किए जाएंगे। दूसरे चरण में रनवे का विस्तार किया जाएगा। मंत्री ने उम्मीद जताई कि कैलाशहर में नए हवाई अड्डे के नवीनीकरण और उद्घाटन से पर्यटन उद्योग को बड़ा बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
मंत्री ने बताया कि हवाईअड्डा प्राधिकरण कार्यालय, कार पार्किंग क्षेत्र और चारदीवारी बनाने के लिए मौजूदा हवाईअड्डे के पश्चिमी हिस्से में लगभग 70 मीटर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘उड़ान क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के तहत केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने क्षेत्रीय स्तर पर हवाई संचार सेवाओं का विस्तार करने के लिए देश भर में बंद पड़े हवाई अड्डों को फिर से खोलने का फैसला किया है।’
मंत्री ने कैलाशहर हवाई अड्डे को फिर से शुरू करने में राज्य सरकार की रुचि के बारे में बताया और कहा कि यह विभिन्न पर्यटन स्थलों के विकास के माध्यम से त्रिपुरा के सांस्कृतिक और पारंपरिक महत्व को बढ़ाने के प्रयासों का हिस्सा है। राज्य पर्यटन विकास निगम ने पहले ही एक विशेष पहल की है और पूर्वोत्तर के अंगकोर वाट के रूप में प्रसिद्ध कैलाशहर में उनोकोटी के विकास के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है।
श्री चौधरी ने कहा, “उनोकोटि के सौंदर्यीकरण और विकास एवं परित्यक्त सोनामुखी चाय बागानों को फिर से खोलने तथा सौंदर्यीकरण की परियोजना को एशियाई विकास बैंक से 140 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता मिली है, जिससे यह त्रिपुरा को वैश्विक क्षेत्र में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण केंद्र के रूप में पेश करने का एक आशाजनक प्रयास बन गया है।