नयी दिल्ली। राज्यसभा में दिल्ली अध्यादेश से संबंधित विधेयक को अगले सप्ताह की कार्यसूची में शामिल किए जाने का आम आदमी पार्टी तथा कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने शुक्रवार को जोरदार विरोध किया जिसके चलते सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
सभापति जगदीप धनखड़ ने सुबह के स्थगन के बाद निजी विधेयकों से संबंधित कार्यवाही शुरू करने से पहले गुरुवार को हुई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के बारे में सदन को जानकारी दी और कहा कि बैठक में अगले सप्ताह की कार्य सूची में विभिन्न विधेयकों पर चर्चा के लिए समय का आवंटन किया गया है।
उन्होंने जैसे ही दिल्ली अध्यादेश से संबंधित विधेयक का जिक्र किया आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और राघव चड्ढा तथा कांग्रेस के जयराम रमेश ने कहा कि बैठक में उन्होंने इस विधेयक को पेश ना किए जाने का विरोध किया था। इसी बीच विपक्षी दलों के सदस्य अपनी जगह पर खड़े होकर कुछ कहने लगे।
सभापति ने कहा कि अगले सप्ताह की कार्य सूची सदन के पटल पर रखी जा रही है और इसके बाद उन्होंने कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले सुबह भी इसी मुद्दे पर विपक्ष के सदस्यों ने भारी हंगामा किया जिसके कारण सभापति ने सदन की कार्यवाही 2 बजकर 30 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी थी ।
विपक्षी सदस्यों का कहना है कि अभी इस अध्यादेश से संबंधित मामला उच्चतम न्यायालय में लंबित है इसलिए इससे संबंधित विधेयक को सदन में पेश नहीं किया जाना चाहिए।
सभापति ने इस संबंध में उठाए गए व्यवस्था के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि इस मामले में सदन में विधेयक पर चर्चा हो सकती है।
हंगामे के चलते कार्यवाही स्थगित किए जाने के कारण राज्यसभा में लगातार दूसरे दिन शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका तथा मानसून सत्र के पहले दो दिन हंगामे की भेंट चढ़ गए।