- मैदानी क्षेत्रों में भी दो-तीन दौर झमाझम बरस सकते मेघ
- स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में दो दिन का अवकाश घोषित
- जगह-जगह सरकारी मशीनरी को रखा गया अलर्ट मोड पर
देहरादून । आसमान से आफत के मेघ बरसने का क्रम जारी है। बारिश के लिहाज से प्रदेश में अगले एक-दो दिन भी भारी साबित हो सकते हैं। इस दौरान कुछ स्थानों पर अपेक्षाकृत भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम गति की अथवा गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। नैनीताल, चंपावत व ऊधमसिंहनगर जनपद में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
जबकि देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, अल्मोड़ा, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जनपद में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग व चमोली में भी दो-तीन दौर भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
भारी बारिश की संभावना को देखते हुए सभी जगह सरकारी मशनरी को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कक्षा 12वीं तक के स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में दो दिन का अवकाश घोषित किया गया है। चारधाम यात्रा पर आने-जाने वाले यात्रियों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। नदी-नाले किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।
राजधानी देहरादून व आसपास के मैदानी इलाकों में भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। बाद में हल्की से मध्यम गति अथवा गरज के साथ बारिश की बौछार पड़ सकती है। कुछ क्षेत्रों में एक-दो दौर तेज बारिश होने की संभावना है। यहां पर तापमान का अधिकतम व न्यूनतम स्तर क्रमश: 3२.0 व 23.0 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। कुल मिलाकर आसमानी आफत से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद कम है।
इधर, बृहस्पतिवार को भी मैदान से लेकर पहाड़ तक हर अंतराल बाद मानसून के मेघ बरसने का क्रम जारी रहा। जिस कारण पर्वतीय क्षेत्रों में जगह-जगह मुख्य सडक़ें व संपर्क मार्ग चट्टानें दरकने व मलबा आने से बाधित रहे। भारी बारिश के कारण कहीं पुल बहा तो कहीं भारी भूस्खलन हुआ।
चारधाम यात्रा भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। यद्यपि सरकारी मशीनरी बंद पड़ी सडक़ों को खोलने में जुटी हुई है। बीच रास्ते में फंसे यात्रियों व कांवडिय़ों को निकाला जा रहा है। ऋषिकेश व हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान के करीब बह रही है। देहरादून व आसपास के मैदानी इलाकों में भी दोपहर तक बारिश हुई, जिससे जगह-जगह जलभराव हुआ। जलभराव वाले क्षेत्रों में लोगों का अपने घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया, साथ ही घरों में बरसात का पानी घुसने से घर का सामान खराब हो गया। सडक़ें तालाब बनने से दोपहिया व चौपहिया वाहन भी रेंगते रहे।
इतना जरूर कि अपराह्न को मौसम का मिजाज सुधरने से लोगों ने राहत की सांस ली। शाम को आसमान में फिर काले बादल मंडाराने लगे।
दून में आज अधिकतम व न्यूनतम तापमान क्रमश: 31.4 व 22.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मसूरी, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुडक़ी, विकासनगर व आसपास के मैदानी क्षेत्रों में भी मौसम का मिजाज लगभग ऐसा ही बना रहा।