नयी दिल्ली। देश के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश के कारण आफत की स्थिति है। हर तरफ आसमान से बादल बरस रहे है। बारिश के कारण हर तरफ जलजमान की स्थिति हो गई है।
चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 3 का एक हिस्सा भी व्यास नदी में उफान के चलते बह गया है। उत्तराखंड में भी भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है। आने वाले दिनों में मौसम विभाग ने हर तरफ मुश्किलें बढ़ने का अनुमान लगाया है।
विभिन्न घटनाओं में पांच लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और आवासों को नुकसान पहुंचा है तथा विभिन्न घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई। शिमला जिले के कोठगढ़ इलाके में भूस्खलन से एक घर ढह गया जिसमें परिवार के तीन सदस्यों की मौत हुई। राज्य आपदा अभियान केंद्र के अनुसार, राज्य में बीते 36 घंटों में भूस्खलन की 13 और बाढ़ की नौ घटनाएं हुई।
यमुना नदी का जलस्तर बढ़
दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। इसके मंगलवार को खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार करने की आशंका है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़ निगरानी पोर्टल के अनुसार, ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर रविवार दोपहर एक बजे 203.18 मीटर था, जबकि खतरे का स्तर 204.5 मीटर है। सीडब्ल्यूसी ने एक परामर्श में कहा कि मंगलवार को सुबह 11 बजे से अपराह्न एक बजे के बीच जलस्तर 205.5 मीटर तक बढ़ने की आशंका है।
भूस्खलन के कारण वाहन दुर्घटना और मकान गिरने की घटनाओं में आठ लोगों की मृत्यु हो गयी तथा छह अन्य घायल हो गए। खराब मौसम के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को चौकस रहने के निर्देश देते हुए लोगों को अनावश्यक आवागमन से बचने को कहा है। कई स्थानों पर भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गए हैं जिससे आम जन-जीवन के प्रभावित होने के साथ ही चारधाम यात्रा में भी रूकावट आ रही है। लगातार बारिश के कारण गंगा सहित प्रदेश की प्रमुख नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। प्रदेश में लगातार बारिश होने से नदियों का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और पर्याप्त सावधानियां बरतने के निर्देश दिए हैं।