कोलकाता। पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण के दौरान राज्य में हुई हिंसा में 12 लोगों की मौत हो गई। इस बीच, सुबह 11 बजे तक केवल 22.6 प्रतिशत वोट पड़े जो ग्रामीण बंगाल के इतिहास में अब तक का सबसे कम वोट है।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राज्य में पंचायत मतदान के दौरान मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने मतदान प्रक्रिया वाले कई क्षेत्रों का दौरा किया और राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर असंतोष व्यक्त किया।
राज्यपाल ने पूछा,“लोकतंत्र के रक्षकों की रक्षा कौन करेगा। चुनाव आयोग कहीं नजर नहीं आता, फिर भी चुनाव आयुक्त चुप्पी साधे हुए हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें बताया गया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से हत्याओं और हिंसा की खबरें आ रही हैं। उन्होंने कहा,“आम लोगों की रक्षा कौन करेगा। चुनाव आयोग चुप है। मैंने उनसे जवाब देने को कहा है कि लोगों और लोकतंत्र की रक्षा करने वाला कौन है।”
इस हिंसा में एक उम्मीदवार सहित तृणमूल कांग्रेस के सात कार्यकर्ता मारे गए तथा भाजपा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दो-दो, कांग्रेस का एक कार्यकर्ता मारा गया है।
उत्तर और दक्षिण 24 परगना के अलावा मुर्शिदाबाद, मालदा तथा कूच बिहार जिले भी हिंसा की चपेट में हैं। हिंसक झड़पों में बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने के अलावा, कम से कम दो मतदान केंद्रों पर मतपेटियाँ नष्ट कर दी गयीं।