नई दिल्ली। मणिपुर में हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया और कहा कि प्रदेश की जनता के साथ किए गए ‘अपराध’ की जिम्मेदारी उसे लेनी चाहिए।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजनीतिक समाधान के लिए सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुला रहे हैं?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के बाद मणिपुर की स्थिति पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है। खरगे ने ट्वीट किया, ‘‘मणिपुर में कल हुई हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई।
मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर के बारे में जिस तरह शर्मनाक ढंग से वाह-वाह किया है उससे मानवता की आवाज को दबा दिया गया।’’
उन्होंने दावा किया कि पूर्वोत्तर के सीमावर्ती राज्य को हिंसा की आग में झोंक दिया गया है। खरगे ने मणिपुर में हिंसा और हथियारों की लूट से जुड़ी घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री अब भी मूकदर्शक बने हुए हैं। मोदी जी ने मणिपुर पर एक भी बैठक की अध्यक्षता नहीं की है।
लेकिन कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार से उसकी अक्षमता को लेकर सवाल करती रहेगी।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘ऐसा क्यों है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में सफल नहीं हुई? क्या भाजपा तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए विभिन्न जातीय समूहों के बीच दूरी को बढ़ा रही है? कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी पूछा, ‘‘प्रधानमंत्री ने राजनीतिक समाधान के लिए सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई।