9 जून को केरल में मॉनसून देगा दस्तक

नयी दिल्ली। गुजरात में दक्षिणी पोरबंदर में दक्षिणपूर्व अरब सागर से उठने वाला पहला चक्रवाती तूफान ‘बिपोरजॉय’ भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान (गुरुवार सुबह तक) से पहले ही चक्रवाती तूफान ‘बिपोरजॉय’, भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया।

ऐसे में शुक्रवार शाम से पहले ही इस चक्रवाती तूफान के प्रचंड रूप लेने की संभावना है। चक्रवाती तूफान ‘बिपोरजॉय’ तेजी से उग्र रूप ले रहा है।
आईएमडी के अनुसार, ‘‘पूर्व-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर में चक्रवाती तूफान ‘बिपोरजॉय’ पिछले छह घंटे में दो किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की तरफ बढ़ा और एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। यह सुबह करीब साढ़े पांच बजे गोवा से करीब 890 किलोमीटर, पश्चिम-दक्षिणपश्चिम मुंबई से 1,000 किलोमीटर, दक्षिण-पश्चिम पोरबंदर से 1,070 किलोमीटर और दक्षिण-दक्षिण पश्चिम कराची से 1,370 किलोमीटर पर बना हुआ था।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आमतौर पर एक जून को लगभग सात दिनों के मानक विचलन के साथ केरल में प्रवेश करता है।लेकिन चक्रवात के कारण मॉनसून की प्रगति प्रभावित हो सकती है। इसकी वजह से तटीय हिस्सों में मॉनसून धीमी गति से पहुंच सकता है।लेकिन इसे पश्चिम घाटों से आगे जाने में संघर्ष करना पड़ेगा। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्काइमेट वेदर’ की मानें तो केरल में मॉनसून आठ या नौ जून को दस्तक दे सकता है। इस दौरान यहां हल्की बारिश होने ही संभावना है। पिछले साल दक्षिण-पूर्वी मानसून तीन जून, 2020 में एक जून, 2019 में आठ जून और 2018 में 29 मई को पहुंचा था।

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