राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने कहा कि यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे पहलवान एक उद्दंड आरोपी का सामना कर रहे हैं और वे ‘‘किसी की गिरफ्तारी न होने” से परेशान हैं।
उन्होंने सवाल किया कि क्या मामले में ‘‘ढुलमुल जांच” की जा रही है। वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल सुप्रीम कोर्ट में पहलवानों की पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रदर्शनकारी पहलवानों की दुर्दशा : एक नाबालिग और छह अन्य परेशान, एक उद्दंड आरोपी, मौन PMO (प्रधानमंत्री कार्यालय), कोई गिरफ्तारी नहीं। ढुलमुल जांच की जा रही?”
दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष एवं भाजपा के सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर सात महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों को लेकर शुकव्रार को दो प्राथमिकी दर्ज कीं। पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने 23 अप्रैल से एक बार फिर अपना आंदोलन शुरू किया। इससे पहले, उन्होंने जनवरी में धरना दिया था।