चंडीगढ़। भगोड़े अमृतपाल ने अपना दूसरा वीडियो जारी कर दिया है। वीडियो में अमृतपाल कह रहा है कि वह भगोड़ा नहीं, बल्कि बागी है। भागा नहीं है। जल्द दुनिया के सामने आएगा। उसने एक बार फिर सरकार के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा है कि वह हुकूमत से नहीं डरता है, जिसे जो करना हो वह कर सकता है।
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने कहा कि मैं लोगों के बीच आऊंगा। मैं गिरफ्तारी से नहीं डरता, मैं विदेश भागने वाला नहीं हूं, मैंने अपने केश कत्ल नहीं करवाए। श्री अकाल तख्त के जत्थेदार वहीर (धार्मिक जागरूकता यात्रा) निकाले और यह वहीर अकाल तख्त साहिब यानी अमृतसर से शुरू होकर बैसाखी पर तख्त दमदमा साहिब तलवंडी साबो में खत्म हो।
कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह ने एक नया वीडियो जारी किया जिसमें उसने कहा कि वह भगोड़ा नहीं है और जल्द ही दुनिया के सामने आएगा। एक दिन पहले सिंह ने पंजाब पुलिस को उसे गिरफ्तार करने की चुनौती दी थी। सिंह का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर उसका एक ऑडियो क्लिप सामने आने के कुछ घंटों बाद आया है। ऑडियो क्लिप में उसने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि वह आत्मसमर्पण के लिए बातचीत कर रहा है।
अमृतपाल ने वीडियो में पंजाबी में कहा, जिनको ऐसा लगता है कि मैं भगोड़ा हूं और मैंने अपने साथियों को छोड़ दिया है, उन्हें यह भ्रम नहीं पालना चाहिए। मुझे मौत का डर नहीं है। और जल्द ही दुनिया के सामने पेश होउंगा और ‘संगत’ के बीच भी आउंगा।”
उल्लेखनीय है कि सिंह और उसके सहयोगियों ने एक गिरफ्तार व्यक्ति की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के निकट अजनाला थाने पर धावा बोल दिया था। इस घटना के करीब तीन सप्ताह बाद 18 मार्च को पुलिस ने सिंह और उसके खालिस्तान समर्थक संगठन वारिस पंजाब दे के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। अमृतपाल उसके बाद से ही फरार है। वह 18 मार्च को जालंधर जिले से भाग निकला था।
अमृतपाल ने एक दिन पहले 29 मार्च को भी वीडियो जारी किया था। इसमें उसने भारत और विदेशों में सिख समुदाय के लोगों से अन्याय के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया था। उसने कहा था उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर एनएसए लगा दिया गया।
यह वीडियो ब्रिटेन से जारी होने की बात सामने आई थी। जिस यूट्यूब चैनल से ये वीडियो जारी हुआ था, उसे बाद में सरकार ने बैन कर दिया था। पिछले वीडियो में भगोड़े अमृतपाल ने कहा था कि सिखों को एक बड़े मकसद के लिए एकजुट होना है। वीडियो में अमृतपाल सिंह ने 18 मार्च की घटना के बारे में बताया था।