नई दिल्ली। केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर बेंगलुरू के अपने तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे के दौरान गुरुवार को वहां आगामी डिजिटल इंडिया एक्ट को लेकर परामर्श के दौर की शुरुआत करेंगे।
डिजिटल इंडिया संवाद के तहत परामर्श का यह दौर कानून और नीति-निर्माण में हितधारकों से परामर्श को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
आईटी राज्यमंत्री इस मौके पर उद्योग के प्रतिनिधियों, कानून के जानकारों, और अकादमिक क्षेत्र के विशेषज्ञों से प्रस्तावित कानून के सिद्धांतों पर चर्चा करेंगें। प्रस्तावित डिजिटल इंडिया एक्ट दो दशक पुराने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम-2000 की जगह लेगा।
आईटी राज्यमंत्री बेंगलुरू में एमईआईटीवाई-नैसकॉम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) – आईओटी और एआई द्वारा आयोजित ‘डीप टेक समिट – ट्रांसफॉर्मेशन थ्रू इंडीजिनस इनोवेशन’ को संबोधित करेंगे।
राजीव चंद्रशेखर इस मौके पर डीप टेक इकोसिस्टम को प्रोत्साहन प्रदान करने और भारत के डिजिटल अर्थव्यवस्था लक्ष्यों को आगे बढ़ाने को लेकर मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई नीतिगत पहलों के संबंध में बताएंगे।
आईटी राज्यमंत्री इस मौके हेल्थकेयर इनोवेशन चैलेंज (एचआईसी) के अगले संस्करण का भी शुभारंभ करेंगे, जो एक प्रमुख कार्यक्रम है। एचआईसी के पिछले संस्करणों में देश भर में स्वास्थ्य प्रदाताओं द्वारा डिजिटल अपनाने की की दिशा में कई सफलताएं मिलीं।
सम्मेलन में अग्रणी अभिनव समाधान प्रस्तुत किए जाएंगे। साथ ही, राउंड टेबल और पैनल परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा।
अगले दिन, आईटी राज्यमंत्री आरवी काॅलजे आफ इंजीनियरिंग में ‘न्यू इंडिया फाॅर यंग इंडिया’ के तहत छात्रों के साथ संवाद करेंगे। श्री राजीव चंद्रशेखर ने इस पहल के तहत पिछले 18 महीनों में पूरे भारत में 43 से अधिक कॉलेजों का दौरा कर छात्रों के संवाद किया है।