लंढोरा (हरिद्वार)। चमन लाल महाविद्यालय ने भारत सरकार की संस्था नैक (NAAC) (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) के मूल्यांकन में बी प्लस (B+) ग्रेड प्राप्त किया है । पूरे प्रदेश में अपनी स्थापना के कम समय के भीतर यह उपलब्धि हासिल करने वाला चमन लाल महाविद्यालय पहला कॉलेज है।
महाविद्यालय में नैक से मूल्यांकन की प्रक्रिया विगत 1 वर्ष से चल रही थी इसके अंतर्गत पहले चरण में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद बेंगलुरु को सभी डाटा ऑनलाइन भेजा गया। इस डाटा के मूल्यांकन के बाद एक उच्चस्तरीय टीम ने महाविद्यालय का निरीक्षण किया। इस टीम में एक कुलपति, एक प्राचार्य और एक प्रोफेसर शामिल थे। उन्होंने 3 दिन तक महाविद्यालय के शैक्षिक, प्रशासनिक और वित्तीय प्रबंधन का जायजा लिया । इस दौरान यहां के छात्र-छात्राओं के साथ बैठक की ।
जो छात्र यहां से पूर्व में पास होकर निकल चुके हैं उनके साथ भी अलग से बैठक आयोजित की गई इसके अलावा अभिभावकों से उनके अनुभव जाने गए। इस टीम ने महाविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों से अलग-अलग बैठक करके भविष्य की योजनाओं का भी अवलोकन किया।
समग्र अवलोकन के बाद इस टीम ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) को सौंपी। इसी क्रम में महाविद्यालय के ग्रेड की घोषणा की गई। महाविद्यालय को बी प्लस (B+) ग्रेड प्राप्त हुआ है । यह उपलब्धि पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। हरिद्वार जनपद मैं पहला ग्रामीण क्षेत्र का कॉलेज है, जिसका नैक से मूल्यांकन हुआ है। इससे पूर्व जिन भी कॉलेजों का मूल्यांकन हुआ है, वे सभी नगरीय क्षेत्र में स्थापित हैं।
महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री राम कुमार शर्मा ने इस उपलब्धि को सभी छात्र छात्राओं, शिक्षकों, कर्मचारियों और अभिभावकों के सामूहिक प्रयास का परिणाम बताया है। उन्होंने कहा है कि महज 9 वर्ष पुराने इस महाविद्यालय ने इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है, जिसका पूर्व में उदाहरण मिलना मुश्किल है। अभी हाल ही में उत्तराखंड में तीन राजकीय कॉलेजों का भी नेक मूल्यांकन हुआ है जिन्हें चमनलाल महाविद्यालय की तुलना में कम ग्रेड प्राप्त हुआ है।
रामकुमार शर्मा ने कहा कि महाविद्यालय के समस्त शिक्षक और कर्मचारी इस लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं कि आगामी दिनों में विद्यालय के ग्रेड को ए प्लस तक पहुंचाया जाए। उन्होंने बताया की विगत सत्र में महाविद्यालय के एक छात्र का चयन राजस्थान पीसीएस में, एक का चयन आईआईटी में पीएचडी के लिए, एक का चयन जर्मनी में रिसर्च के लिए तथा एक अन्य छात्र का चयन कनाडा में उच्च शिक्षा के लिए हुआ है। इसके अलावा 4 छात्र छात्राओं ने नेट की परीक्षा पास की है।
महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव श्री अरुण हरित ने कहा कि संस्था के लिए यह एक शुरुआत है। आने वाले दिनों में और बड़ी उपलब्धियां प्राप्त होंगी। महाविद्यालय प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष श्री अतुल हरित ने इसे उल्लेखनीय उपलब्धि बताते हुए उम्मीद जताई कि इससे महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को व्यापक प्रेरणा मिलेगी और यह संस्था गुणवत्तापरक शिक्षा के बड़े केंद्र के रूप में विकसित होगी।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. दीपा अग्रवाल ने कहा कि नैक का मूल्यांकन पूरी तरह से टीमवर्क है और इस टीम वर्क को सफलता की ऊंचाई तक पहुंचाने में प्रबंध समिति ने निरंतर मार्गदर्शन प्रदान किया है उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में महाविद्यालय में रिसर्च और छात्रों की उपलब्धियों पर विशेष रूप से फोकस किया जाएगा।