तीन करोड़ पंजाबियों के परिवार में शामिल होने के लिए बिजनेस टाइकून के लिए रेड कार्पेट बिछाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें राज्य में सामाजिक आर्थिक विकास का भागीदार बनने का आह्वान किया। पांचवें प्रगतिशील पंजाब इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन सत्र के दौरान यहां उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने संतों, संतों और शहीदों की धरती पर उनका स्वागत किया और कहा कि वह आज हमारे बीच प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को पाकर बहुत खुश हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब देश भर में सबसे अनुकूल निवेश गंतव्य है और उनकी सुविधा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत मान ने पंजाब को देश में एक औद्योगिक केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार और उद्योगपतियों के बीच एक मजबूत सहयोग की कल्पना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों को राज्य में निवेश की सुविधा देने के लिए उनकी सरकार जल्द ही लैंड यूज चेंज (सीएलयू) और एनओसी को खत्म करेगी, जो पहले के समय में उद्योगों को परेशान करता था।
प्रमुख उद्योगपतियों का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभालने के एक साल के भीतर ही उनका पहला और सबसे महत्वपूर्ण काम लोगों की समस्याओं, उनके सामने आने वाली जटिलताओं का प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त करना रहा है। मुख्यमंत्री ने उद्यमियों के साथ भावनात्मक तालमेल बिठाते हुए कहा कि वे अवसरों के स्रोत हैं जिनका पंजाब और भारत के युवा लाभ उठाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम सार्वजनिक, निजी या गैर-लाभकारी क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, हममें से प्रत्येक को अपनी भूमिका पूरी करनी है अगर हम अपनी आशाओं को हासिल करना चाहते हैं और अपने देश, अपने समाज, अपने परिवारों के प्रति अपनी आकांक्षाओं और जिम्मेदारियों को पूरा करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को पूरा विश्वास है कि लोगों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन लाने के लिए पंजाब का नेतृत्व करने का अवसर ईश्वर ने उन्हें दिया है।
उन्होने कहा कि वह लोगों के सक्रिय सहयोग और सहयोग के बिना इस जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर सकते। भगवंत मान ने कहा कि उनकी एक प्रतिबद्ध टीम है जो लोगों के समर्थन से स्वस्थ आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने व्यवसायों और निवेशकों का समर्थन करने के लिए कई नीतियां और पहल शुरू की हैं। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि आज अनावरण की गई नई औद्योगिक और व्यवसाय विकास नीति 2022 वांछित आर्थिक विकास को गति देगी।
उन्होने कहा कि नीति का लक्ष्य भारी निवेश आकर्षित करना और आने वाले पांच वर्षों में अधिक से अधिक रोजगार सृजित करना है। उन्होंने कहा कि नीति विस्तार और नए एमएसएमई, बड़ी इकाइयों, निर्यात प्रोत्साहन, सेवा के स्टार्ट-अप और विनिर्माण दोनों सहित निवेश के सभी क्षेत्रों को प्रतिस्पर्धी प्रोत्साहन प्रदान करती है।