लखनऊ। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले छह सालों में सिविल एवियेशन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने लंबी छलांग लगायी है। प्रदेश में आज नौ हवाई अड्डे क्रियाशील हैं जबकि 10 नए एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जारी है और दो के लिये जमीन तलाशी जा रही है।
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के दूसरे दिन नागरिक उड्डयन सेक्टर के निवेशकों को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने यूपी को निवेश के लिए सबसे अनुकूल स्थान बताते हुये कहा कि छह साल में यूपी में जिस तरह से कार्य हुआ, वो सभी को चौंका रहा है। रोड कनेक्टिविटी की बात हो या सिविल एविएशन की, यूपी ने हर क्षेत्र में ऊंची छलांग लगाई है।
जिस प्रदेश में कभी मात्र दो एयरपोर्ट हुआ करते थे, वहां आज नौ हवाईअड्डे क्रियाशील हैं। 10 नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, इसके अलावा दो एयरपोर्ट के लिए जमीन देखने का काम शुरू हो गया है। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश 21 एयरपोर्ट वाला प्रदेश बनने जा रहा है। इस तरह उत्तर प्रदेश सिविल एविएशन के सेक्टर में निवेश के लिए सर्वाधिक पसंदीदा स्थल हो जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के एयरलाइंस सेक्टर का प्रजातांत्रिकरण हुआ है। उन्होने कहा कि अयोध्या, काशी और मथुरा की इस भूमि ने हमेशा से भारत को नई राह दिखाई है। उत्तर प्रदेश भारत के विकास में हरदम प्राथमिकता रखता था और रखता रहेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का कायाकल्प हो चुका है।
इस अवसर पर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि प्रदेश में सिविल एविएशन का क्षेत्र असीम संभावनाओं वाला है। आने वाले समय में प्रदेश में 21 एयरपोर्ट होने वाले हैं। इनमें से 16 घरेलू और पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होंगे।
करोड़ों लोगों का आकाश में उड़ने का सपना साकार हुआ है। सत्र के दौरान तीन एमओयू का आदान प्रदान हुआ।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एसपी गोयल, वाई आई ए पी एल के चेयरमैन डेनियल ब्रिचर, एयर इंडिया एक्सप्रेस के सीईओ आलोक सिंह, बेल्जियम के पूर्व उप प्रधानमंत्री व यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक के वाइस प्रेसिडेंट और यूरोपियन पार्लियामेंट के सदस्य क्रिस पीटर, सीएपीए इंडिया के सीईओ कपिल कौल, अकासा एयर की हेड आफ आपरेशन नीलू खत्री ने विचार व्यक्त किए।
वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से उत्तर प्रदेश में सिविल एविएशन के क्षेत्र की असीम संभावनाओं से निवेशकों को परिचित कराया गया।