गुप्तकाशी। गुप्तकाशी क्षेत्र में विवादित मांस बिक्री के संदेह पर तहसील प्रशासन ने दो बूचडख़ानों को सीेज कर दिया है। विवादित मांस की सूचना पर स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा काटा। प्रकरण को लेकर स्थानीय जनता ने पुलिस थाने पर जमकर बवाल भी किया।
दरअसल, बुधवार रात्रि को गुप्तकाशी के एक बूचडख़ाने में विवादित मांस बेचने की सूचना मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने बूचडख़ाने का घेराव किया। इस दौरान स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस प्रशासन द्वारा गुपचुप तरीके से कुछ मांस के टुकड़ों को जमींदोज किया गया।
गुरुवार सुबह बाजार में यह खबर फैल गई कि यह मांस बकरी का ना होकर विवादित जीव का है, जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने सम्पूर्ण बाजार बंद करके पुलिस थाने का घेराव करके पुलिस पर उक्त प्रकरण को रफा दफा करने का आरोप लगाया। काफी वक्त बाद थाना गुप्तकाशी में एसडीएम जीतेन्द्र कुमार ने पहुंचकर बामुुश्किल गुस्सैल जनता को शांत कराकर ऐसे व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करके शीघ्र उनके प्रतिष्ठान को सीज करने का आश्वासन दिया।
प्रभारी थानाध्यक्ष प्रदीप चौहान ने बताया कि बुधवार सांय को किसी व्यक्ति द्वारा उन्हें सूचना दी गई कि उनके निकट के बूचडख़ाने में किसी विवादित जीव का मीट आया है, जिसकी सूचना पर उन्होंने पशुचिकित्साधिकारी को इस घटना के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि चिकित्सक ने प्रथम दृष्टया मांस को गौ का नहीं बताया, जिसके बाद उक्त मांस को जमींदोज कर दिया गया। बताया कि अब पशुचिकित्साधिकारी द्वारा उक्त मांस के सैम्पल को लैब में भेजा जायेगा।
उसके बाद स्थिति स्पष्ट हो जायेगी। वहीं पशु चिकित्साधिकारी डॉ प्रमोद भूटानी ने बताया कि बिना एफआईआर के वे मांस परीक्षण नहीं करते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने पुलिस को मांस के बाबत कुछ भी जानकारी नहीं दी है। विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष श्री राम गोस्वामी ने बताया कि गत कई वर्षों से गैर हिन्दू मीट व्यापारियों द्वारा अवैध विवादित मांस के गुप्तकाशी सहित अन्य स्थानों पर पहुंचाया जाता है। इस बाबत कई बार स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया गया है।
इस दौरान जिपंस गणेश तिवाड़ी, कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र कोटवाल, ग्राम प्रधान प्रेम सिंह नेगी, व्यापार मंडल अध्यक्ष मदन सिंह, मंडल अध्यक्ष भाजपा राय सिंह राणा, बिपिन सेमवाल, ममता नौटियाल, बीरेन्द्र सिंह, सतीश पाल समेत सैकडों लोग थे। इधर, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डिय़ाल ने कहा कि एक मांस विक्रेता ने नजीमाबाद से मछली और बकरी का कटा हुआ मांस यहां मंगवाया था।
आइस बॉक्स में बीस किलो से अधिक मांस था। इसका पशु चिकित्सक की ओर से निरीक्षण किया गया तो वह बकरे का निकला। कटे हुये मांस से लोगों की तबियत खराब हो जाती, इसलिए इसको नष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने गलत अफवाह फैलाई कि यह विवादित मांस था, जबकि वह बकरे का मांस था। उन्होंने कहा कि गलत अफवाह फैलाने वालों पर भी कार्यवाही की जाएगी।
साथ ही उन्होंने सभी लोगों से अफवाह पर विश्वास ना करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह केदारघाटी भगवान केदारनाथ की भूमि है। यहां इस प्रकार के .त्यों को नहीं होने दिया जायेगा। इसके खिलाफ पुलिस प्रशासन भी खड़ा है। यदि ऐसा कभी भविष्य में किया गया तो पुलिस प्रशासन उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगा।