नयी दिल्ली । नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के चिल्ड्रन्स फाउंडेशन ने राज्य में बाल विवाह को खत्म करने और दंडित करने के लिए असम सरकार की निर्णायक कार्रवाई का स्वागत किया। केएससीएफ ने राज्य सरकार से बाल विवाह की पीड़ितओं को विशेष वित्तीय सहायता, कानूनी सहायता और पूर्ण पुनर्वास प्रदान करने की भी मांग की है।
केएससीएफ ने एक बयान में कहा, असम सरकार द्वारा कार्रवाई देश के किसी भी राज्य सरकार द्वारा बच्चों की रक्षा के लिए देश के कानूनों को अक्षरश: लागू करने के लिए पहला कड़ा कदम है।
राज्य सरकार द्वारा सख्त कार्रवाई की सराहना करते हुए, केएससीएफ के प्रबंध निदेशक, रियर एडमिरल (सेवानिवृत्त) राहुल कुमार श्रावत ने कहा, ‘‘हमारा संगठन राज्य में बाल विवाह को खत्म करने और दंडित करने के लिए असम सरकार द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई की सराहना करता है और उसका पूरा समर्थन करता है।
हम यह भी अपील करते हैं कि सरकार इस स्थिति में शामिल मानवीय पहलुओं को देखे। चूंकि युवा लड़कियां बाल विवाह की शिकार हैं, हम आग्रह करते हैं कि राज्य सरकार पीड़तिों को तत्काल पुनर्वास और मुआवजा प्रदान करने के हमारे प्रस्ताव पर विचार करे, ताकि उनकी पीड़ा कम हो सके।
बयान में कहा गया है कि असम सरकार का यह दृढ़ कदम नोबेल पुरस्कार विजेता सत्यार्थी के आह्वान के अनुरूप है, जिन्होंने 16 अक्टूबर, 2022 को बाल विवाह के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा जमीनी स्तर का राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया था। राष्ट्रव्यापी अभियान में देश भर में दो करोड़ लोगों की भागीदारी देखी गई थी और इसका नेतृत्व 10,000 से अधिक गांवों में 75,000 से अधिक महिलाओं और बच्चों ने किया था।