आबकारी अधिकारियों के खिलाफ एक्शन

बीते 1 अप्रैल 2022 से   31 जनवरी 2023 तक कुल 196 करोड़ रुपए की वसूली होनी है

देहरादून । बकाया आबकारी राजस्व में हुई लापरवाही  को लेकर सरकार काफी सख्त है।  शुक्रवार को ऊधम सिंह नगर के जिला आबकारी अधिकारी हरीश कुमार ,पिथौरागढ़ के जिला आबकारी अधिकारी गोविंद सिंह मेहता को राजस्व जमा करने के प्रति उदासीन रवैया अपनाने पर दोनों जनपद के जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान की गयी है।

इसके अलावा अल्मोड़ा के क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक बलजीत सिंह के खिलाफ  भी सरकार ने एक्शन लिया है और उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई  किए जाने के लिए आयुक्तालय को हरी झंडी प्रदान की है।
दरअसल शुक्रवार को आबकारी सचिव हरि चंद्र सेमवाल  ने बकाया आबकारी राजस्व वसूली को लेकर सभी जनपदों के जिला आबकारी अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक के दौरान समीक्षा की। आबकारी सचिव हरि चंद्र सेमवाल ने समीक्षा बैठक में सभी जिला आबकारी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि हर जिला आबकारी अधिकारी  वसूली अभियान में रुचि लें।

साथ ही वसूली में जिलाधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी के साथ सामंजस्य बिठाकर जारी आर सी के विरुद्ध वसूली अभियान चलाएं। आबकारी सचिव के मुताबिक बीते 1 अप्रैल 2022 से   31 जनवरी 2023 तक कुल 196 करोड़ रुपए की वसूली होनी है। लिहाजा इससे सभी जिला आबकारी अधिकारी तत्काल प्रभाव से वसूली में जुट जाएं। यदि कोई आबकारी अधिकारी इसमें लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी।

वसूली के लिए जिलाधिकारियों को  निर्देश

आबकारी सचिव हरि चंद्र सेमवाल ने शुक्रवार को सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा है। पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि वर्ष 2022-23 में अधिकतर जनपदों आबकारी राजस्व  की वसूली में काफी शिथिलता बरती गयी है। राजस्व वसूली में उदासीनता कतई  ठीक नहीं है। क्योंकि इससे सरकार को राजस्व की हानि हो रही है। साथ ही महालेखाकार स्तर पर भी आडिट में  आपत्तियां भी उठ रही हैं। आबकारी सचिव सेमवाल ने सभी जिलाधिकारियों को कहा है कि आगामी 15 दिनों  के अंदर अवशेष राजस्व की धनराशि को राजकोष में जमा कराने की दिशा में सभी जरूरी पहल करें।

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