श्रीनगर । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद भी कश्मीर के हालात में जमीनी स्तर पर कोई सुधार नहीं हुआ है। कश्मीर की स्थिति पर राहुल गांधी ने कहा कि लक्षित हत्याएं और बम विस्फोट नियमित रूप से हो रहे हैं और यह भाजपा सरकार के स्थिति में सुधार के दावे को झूठलाता है।
अगर स्थिति इतनी ही अच्छी है तो भाजपा के लोग जम्मू से लाल चौक तक की यात्रा क्यों नहीं करते? अगर स्थिति इतनी ही सुरक्षित है तो अमित शाह जम्मू से कश्मीर तक क्यों नहीं जाते इसलिए मुझे नहीं लगता कि बेहतर स्थिति वाला तर्क सही है।भारत-चीन गतिरोध पर, गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन से निपटने का तरीका उन्हें दृढ़ता और स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि वे हमारी जमीन पर कब्जा किए हुए हैं जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गांधी ने श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री देश के एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें लगता है कि चीनियों ने भारत की कोई जमीन नहीं ली है। मैं हाल ही में कुछ पूर्व सैनिकों और यहां तक कि लद्दाख के कुछ प्रतिनिधिमंडल से मिला, जिन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि 2000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर चीन ने कब्जा कर लिया है और कई पेट्रोलिंग प्वाइंट ऐसे हैं जिसपर चीन का कब्जा है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि चीन से निपटने का तरीका उन्हें दृढ़ता से और स्पष्टता के साथ बताना चाहिए कि वे भारतीय जमीन पर कब्जा किए हुए हैं और हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा ‘नया कश्मीर’ वाले नारे का कोई आधार नहीं है क्योंकि जब मैं जम्मू कश्मीर से गुजरा तो मुझे दुख हुआ कि यहां और लद्दाख में कोई भी व्यक्ति खुश नहीं है। अपने परनाना स्वर्गीय जवाहर लाल नेहरू द्वारा लगभग 75 वर्षों पहले लाल चौक पर तिरंगा फहराने के ऐतिहासिक क्षण के बारे में पूछे जाने पर श्री गांधी ने कहा कि वह वर्तमान जम्मू-कश्मीर की स्थिति को देखकर दुखी हैं।
राहुल ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया और राज्य का दर्जा बहाल करना अनिवार्य है तथा यह जम्मू कश्मीर के लोगों का मौलिक अधिकार है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने देश के संस्थानों को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा,‘‘मुझे लगता है कि आरएसएस और भाजपा जो कर रहे हैं वह देश की अवसंरचना, न्यायपालिका, मीडिया आदि पर हमला है, जम्मू कश्मीर में जो हो रहा है वह इस बात का सबूत है। जब हम संसद में बात करते हैं तो हमारे माइक खामोश कर दिए जाते हैं।